राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क।
लखनऊ। शुकवार को लोकभवन लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। उन्होंने 32 औद्योगिक इकाइयों को 1,300 करोड़ से अधिक की प्रोत्साहन राशि प्रदान की। इसके अलावा 10 औद्योगिक इकाइयों को 4,500 करोड़ से अधिक के निवेश के लिए लेटर ऑफ कंफर्ट वितरित किए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए अनुकूल माहौल नहीं था। उस समय की सरकारों के पास न तो विकास के लिए स्पष्ट विजन था और न ही राज्य को भारत के विकास के ग्रोथ इंजन के रूप में देखने की इच्छाशक्ति।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 से पहले राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति अत्यंत खराब थी। दंगे और कफर््यू आम बात थी। जिससे व्यापार और निवेश बुरी तरह प्रभावित होते थे। पर्व और त्योहार, जो व्यापारियों और उद्यमियों के लिए सीजन माने जाते हैं, दंगों के कारण नुकसान का कारण बनते थे। उन्होंने यह भी कहा कि उस समय के माहौल के कारण युवाओं और राज्य के नागरिकों के सामने पहचान का संकट था, क्योंकि राज्य में न तो पर्याप्त विकास था और न ही मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर। 2017 के बाद सरकार ने इन मुद्दों को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए हैं।