राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क 

लखनऊ : पीलीभीत में आयोजित 'वीएलई संवाद' कार्यक्रम में  राज्यमंत्री इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार जितिन प्रसाद ने लगभग सौ सीएससी वीएलई के साथ मुलाकात की और सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की समीक्षा की। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया, जिसमें ग्रुप प्रेसिडेंट भगवान पाटिल और स्टेट हेड सीएससी राजेश मिश्रा ने  राज्यमंत्री का बुके और अंग वस्त्रम के साथ स्वागत किया। स्टेट हेड सीएससी, राजेश मिश्रा ने अपने स्वागत उद्बोधन में बताया कि उत्तर प्रदेश में 1 लाख 62 हजार से अधिक सीएससी केंद्र जनता को सेवा दे रहे हैं, जबकि पीलीभीत जनपद में दो हजार से अधिक सीएससी वीएलई सक्रिय रूप से विभिन्न लोक कल्याणकारी योजनाओं में पात्र नागरिकों के पंजीकरण में सहयोग कर रहे हैं। ये केंद्र पीएम स्किम्स पंजीकरण, डीबीटी भुगतान, बैंकिंग और आधार सेवाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।







ग्रुप प्रेसिडेंट भगवान पाटिल ने आश्वासन दिया कि सीएससी योजना को स्थानीय नागरिकों तक पहुँचाने में सीएससी केन्द्रीय तथा राज्य कार्यालय त्वरित भूमिका निभाएंगे। अपने उद्बोधन में  राज्यमंत्री जितिन प्रसाद ने मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल की शुरुआत का जिक्र करते हुए कहा कि उनका यह पहला कार्यक्रम उनके कर्मभूमि पीलीभीत में हो रहा है। उन्होंने आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्रालय के अधीन सीएससी कार्यक्रम को और प्रभावी बनाने, नौजवानों को रोजगार के नए अवसर देने और सीएससी केंद्रों की सेवाओं को बिना किसी कष्ट के जनता को उपलब्ध कराने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि कॉमन सर्विस केंद्रों की ब्रांडिंग की जाएगी ताकि स्थानीय नागरिकों को इनकी जानकारी हो सके। साथ ही, वीएलई की आमदनी बढ़ाने और स्थानीय लोगों को अधिक सेवाओं का लाभ देने पर भी चर्चा की।कार्यक्रम के दौरान  राज्यमंत्री ने नये बैंक बीसी वीएलई को बीसी पत्र भी जारी किया। इस कार्यक्रम में जिला सूचना विज्ञान अधिकारी और सीएससी राज्य मुख्यालय के इन्द्र शुक्ला, अजय चौबे, मनमोहन यादव, पंकज तथा संतोष आदि उपस्थित रहे।