राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क। 

रायबरेली। केंद्र सरकार की तरफ से एनपीएस की जगह लाई जाने वाली यूपीएस योजना का भी लगातार विरोध जारी है। सरकार की तरफ से यूपीएस के सुधारों को लेकर भी कोई चर्चा नहीं की जा रही है। जिस कारण कर्मचारियों में रोष बढ़ता जा रहा है। न्यू पेंशन स्कीम के विरोध में और पुरानी पेंशन बहाली के लिए 26 सितम्बर को अटेवा के बैनर तले एकत्रित होकर जिले के तमाम कर्मचारी आक्रोश मार्च निकालेंगे। इस मार्च को सफल बनाने के लिए सोमवार को अटेवा जिला और ब्लॉक कार्यकारिणी की बैठक शहीद स्मारक मुंशीगंज में आयोजित की गई।



जिसमें जिला संयोजक इरफान अहमद ने बताया कि केंद्र सरकार की तरफ से पुरानी पेंशन बहाल न करके अब न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) की जगह पर यूनिफाइड पेंशन योजना (यूपीएस) लागू करने जा रही है। सरकार की यह पेंशन स्कीम बिल्कुल ही कर्मचारियों के हित में नहीं है। जिला महामंत्री राजकुमार गुप्ता ने बताया कि ऑल टीचर्स इंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन (अटेवा) के बैनर तले कर्मचारियों ने अपने ही कार्यस्थल पर हाथ में काली पट्टी बांधकर नई पेंशन व्यवस्था यूपीएस का विरोध किया था। इस विरोध प्रदर्शन में बेसिक, माध्यमिक और डिग्री कॉलेज के शिक्षकों के साथ ही साथ लेखपालों, नर्सों और अन्य राज्य कर्मी शामिल हुए थे। उन्होंने कहा कि हम अपनी बुढ़ापे की लाठी यानि पुरानी पेंशन स्किम की मांग सरकार से करते रहेंगे। 

जिला मीडिया प्रभारी मोहम्मद नसीम ने बताया कि आगामी 26 सितम्बर को पूरे जिले के कर्मचारी जिला मुख्यालय पर एकत्रित होकर आक्रोश मार्च निकालेंगे। इस मार्च को सफल बनाने के लिए विभागों से संपर्क किया जा रहा है। इस मौके पर ऊंचाहार व महराजगंज ब्लॉक के अटेवा संयोजक बने महेश कुमार और शीतांशु सोनकर को जिला कार्यकारिणी की ओर से सम्मानित किया गया। इस मौके पर जिला प्रवक्ता मंयक वर्मा, अनवर अली, आशुतोष कुमार, विक्रम चौहान, राहुल सिंह, प्रदीप शुक्ला, राम प्रताप, पंकज, प्रकाश चंद्र यादव, राजेंद्र यादव, इंद्रसेन यादव, योगेंद्र गुप्ता आदि लोग मौजूद रहे।