राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क।
बांदा। कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्ववविद्यालय, बांदा शिक्षा, शोध एवं प्रसार के क्षेत्र में नित्य नये सफलता अर्जित कर रहा है। इसी कड़ी मे विश्ववविद्यालय बांदा के सस्य विज्ञान विषय के सह-प्राध्यापक डॉ. एके त्रिपाठी ने विश्वविद्यालय का नाम अंतर्राष्ट्रीय पटल पर रोश्न किया है। उन्होने कृषि के क्षेत्र में प्रतिष्ठित ''गन्ना एवं एकीकृत प्रौद्योगिकी में पेशेवरों का अन्तर्राष्ट्रीय संघ जिसका मुख्यालय चीन में स्थित है, वहां पर शिरकत की।
उन्होंने ''एक लचीले और टिकाऊ वैष्विक चीनी और बायो-एनर्जी उद्योग का निर्माण विषय पर 4 दिवसीय 8वीं अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में हिस्सा लिया। जिसका आयोजन 16-19 सितम्बर को वियतनाम के शहर कुई न्योन में आयोजित किया गया था। इस संगोष्ठी में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के 200 से अधिक वैज्ञानिकों एवं चीनी उद्योग से जुड़े दिग्गजों ने हिस्सा लिया। जिसमें वैज्ञानिक, प्राध्यापक व शोधार्थी व संस्थानों के प्रमुखो ने प्रतिभाग किया। इस संगोष्ठी में कृषि विश्वविद्यालय बांदा के डॉॅ एके त्रिपाठी ''गन्ने के साथ सह-फसली खेती के द्वारा आधिक लाभ विषय पर व्याख्यान दिया। इसके बाद डॉॅॅॅॅ. त्रिपाठी को गन्ना एवं एकीकृत प्रौद्योगिकी में पेशेवरों का अन्तर्राष्ट्रीय संघ, चीन की समिति द्वारा प्रतिष्ठित अन्तर्राष्ट्रीय फेलो अवार्ड से सम्मानित किया गया। इसके पूर्व डॉॅ. एके त्रिपाठी को विभिन्न समिति एवं संस्थाओं द्वारा कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित हो चुके हैं।
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