राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क।
कछौना।-श्री सोमेश्वर महादेवस सेवादार समिति की ओर से कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें दूर-दराज से आए कवियों ने अपनी रचनाएं सुनाकर सभी को तालियां बजाने के लिए मजबूर कर दिया।
कवि सम्मेलन की शुरुआत सोनभद्र से आई कवयित्री कृति चौबे ने वाणी वंदना सुनाकर की। हरदोई से आए गीतकार..दिलों को जीतना सीखा मुझे लडऩा नहीं आया, मै हूं गुलदान का पौधा मुझे बढऩा नहीं आया...सुनाकर तालियां बटोरी। लखीमपुर से आए हास्य कवि विशेष शर्मा ने ...मूस की सवारी वाले आइ जाउ तुम कविता हमार जो बनाइ जाउ तुम...सुनाकर गुदगुदाया। लखनऊ से आए कवि अतुल बाजपेई ने ..बल, बुद्धि , पराक्रम के सागर जिनके आयुध धनुसायक हैं...सुनाया। मिश्रिख से आये गीतकार जगजीवन मिश्रा ने ...राह पर आंख खोल कर जाएं, रिश्ते बिन भाव तोल कर जाएं...सुनाकर तालियां बटोरी। कार्यक्रम संयोजक हास्य कवि ...अजीत शुक्ल ने संचालन करते हुए ...धूप के सफर में वो छाँव चाहता है सुकून दे सके जो वो ठांव चाहता हैं अट्टालिकाएं चुभने लगी अब उसे, शहर से थक गया वो गाँव चाहता है...सुनाकर गांव का माहौल याद दिलाया। दिल्ली से आए कवि कमल आग्नेय ने ... चन्द्रयान से आगे बढ़ अब सूर्ययान का भारत है, सबसे आँख मिलाने वाला स्वाभिमान का भारत है...सुनाकर सभी को मंत्र-मुग्ध कर दिया। कानपुर से आए हास्य कवि अमित ओमर ने ...चाहता मैं भी हूं घुमा दूं तुमको पूरा शहर, योगी के रोमियो स्क्वायड से मैं डरता हूं... कविता पढ़कर सभी को हंसाया। बनारस से आए कवि दमदार बनारसी की रचना ...आरती उतारो, गीत मंगल उचारो आज, आपके कछौना में गणेश जी पधारे हैं...सुनाया तो पूरा माहौल गणपति बप्पा मोरया के उद्घोष से गूंज उठा। इस मौके पर ईओ देवांशी दीक्षित, नगर पंचायत अध्यक्ष पंकज शुक्ल, क्रांतिवीर सिंह, विनय शुक्ला, बबलू गुप्ता, रवि गुप्ता, अंशू गुप्ता व अंकुल सोनी आदि मौजूद रहे।
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