राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क।
बांदा। पति-पत्नी के बीच हुए मामूली विवाद के बाद टूटने वाले घरों को बचाने के लिए शासन की ओर से शुरू किए गए परिवार परामर्श केंद्र का बांदा जिले में एक साल का रिकार्ड काफी बेहतर रहा। एक साल में केंद्र के जरिए 136 टूटते घरों को बचाया गया। पति-पत्नी के बीच सुलह कराकर एक बार फिर से साथ में रहने के लिए राजी किया गया। धनतेरस के मौके पर एसपी ने ऐसे परिवारों को बुलाकर उपहार दिए।
अमूमन देखा गया है कि सही काउंसलिंग न होने के कारण पति-पत्नी के बीच होने वाले मामूली झगड़े काफी बढ़ जाते हैं। नौबत तलाक तक पहुंच जाती है। कई मामलों में महिलाएं अपने मायके चली जाती हैं और ससुरालियों पर रिपोर्ट दर्ज करा देती हैं। ऐसे घरों से टूटने से बचाने के लिए काफी समय पहले शासन ने परिवार परामर्श केंद्र शुरू करने के निर्देश दिए थे। इस केंद्र में पति-पत्नी के बीच होने वाले विवाद के मामले सामने आते हैं। एसपी के द्वारा गठित एक टीम काउंसलिंग के जरिए पति-पत्नी के बीच हुए मतभेद खत्म करने का प्रयास करती है। बांदा में परिवार परामर्श केंद्र का परिणाम काफी बेहतर रहा है। रिकार्ड के अनुसार केंद्र में काउंसलिंग के जरिए करीब 136 परिवारों को टूटने से बचाया। धनतेरस के मौके पर पएसपी अंकुर अग्रवाल के निर्देश पर पुलिस लाइन में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां पर इन परिवार के सदस्यों को बुलाया गया। अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज व सीओ नरैनी अंबुजा त्रिवेदी ने सभी को मिठाई व उपहार भेंट किए। साथ ही भविष्य में बिना झगड़े एक साथ रहने की बात कही।
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