राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क।

लखनऊ। बिजली बिल सही न आने से आहत युवक द्वारा आत्महत्या करने के मामले की गूंज शासन तक पहुंच गई है। उर्जा मंत्री एके शर्मा ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए विभाग में तैनात तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। अन्य कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। 



मामला उन्नाव जिले से जुड़ा हुआ है। यहां के कुशलपुर बेहतर निवासी महादेव के बेटे शुभम ने बिजली के बिल से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। मामला उछला तो जांच कराई गई। जिसमें बिल काफी अधिक आने की बात सामने आर्ई। प्रशासनिक रिपोर्ट के अनुसार उपभोक्ता ने 10 मार्च, 2022 को एक किलोवाट का विद्युत कनेक्शन लिया था। सितम्बर 2024 में त्रुटिवश प्रोविजनल बिल 1,09,221 रूपये आ गया। जिसको सही कराने पर बिल 16,377 रूपये का हुआ। उपभोक्ता ने बिल की पूरी रकम का भुगतान भी कर दिया। इसके बाद 7 अक्टूबर 2024 को उपभोक्ता की कुल 33 यूनिट रीडिंग का बिल 8,306 रूपये आ गया। इसके बाद नौ अक्टूबर को बिल को नौ अक्टूबर को उपखंड अधिकारी द्वारा अनुमोदित कर दिया गया। बिल को लेकर युवक द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामने आने के बाद नगर विकास एवं उर्जा मंत्री एके शर्मा ने सख्त रवैया अपनाया। उन्होंने 33/11 केवी उपकेन्द्र अचलगंज के अवर अभियंता आशीष सिंह तथा विद्युत वितरण उपखण्ड बंथरा के उपखंड अधिकारी रवि यादव को तत्काल निलंबित करने और उनके विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिये हैं। वहीं विद्युत वितरण खंड द्वितीय, उन्नाव के अधिशासी अभियंता सूर्योदय कुमार वर्मा को तत्काल निलंबित करने के निर्देश एमडी मध्यांचल को दिये हैं। इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए उर्जा मंत्री ने कहा कि प्रशासनिक व विभागीय अधिकारियों द्वारा जांच की जा रही है। अगर अन्य कोई बिजली कर्मी दोषी मिलता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।