राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क।
हरदोर्ई। पाली नगर में चल रही ऐतिहासिक रामलीला में धनुष भंग का मंचन किया गया। जिसमें धनुष टूटते ही पूरा माहौल जय श्रीराम के उद्घोष से गूंज उठा।
मंचन में दिखाया गया कि स्वयंवर में कई राज्यों के राजा आए हैं। तमाम प्रयासों के बाद भी कोई राजा धनुष को उठाना तो दूर हिला तक नहीं सका। यह देखकर राजा जनक निराश हो जाते हैं। तभी गुरू विश्वामित्र की आज्ञा पाकर भगवान राम धनुष को एक झटके में तोड़ देते हैं। इसके बाद पूरा माहौल जय..जय श्रीराम के उद्घोष से गूंज उठता है। फिर परशुराम संवाद का मंचन किया जाता है। लक्ष्मण-परशुराम संवाद सुनकर श्रोता मंत्र-मुग्ध हो जाते हैं। मेला कमेटी के मंत्री व पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष कमलाकांत वाजपेई ने बताया कि गुरुवार को भगवान रामचंद्र की बारात गाजे-बाजे के साथ निकलेगी। इस मौके पर रामू अग्निहोत्री, रामजी शुक्ला, रजत वाजपेई, सिद्घाथ वाजपेई, उदय प्रताप तिवारी और सोनू शुक्ला आदि मौजूद रहे।
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