राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क।

लखनऊ। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ को लेकर एक समीक्षा बैठक की। जिसमें अयोध्या धाम के विकास और नैमिषारण्य धाम में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रस्तावित योजनाओं पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस बार प्रयागराज में होने वाला महाकुंभ विश्व पटल पर अपनी अमिट छाप छोड़ेगा। उन्होंने कहा कि 12 वर्ष के बाद होने वाला प्रयागराज महाकुंभ अब तक के सभी कुंभ पर्वों के सापेक्ष कहीं अधिक दिव्य और भव्य होगा। यह महाकुंभ भारतीय संस्कृति और लोक आस्था को बढ़ावा देगा।



 मुख्यमंत्री ने कहा कि 2019 कुंभ में कुल 5,721 संस्थाओं का सहयोग लिया गया था। जबकि महाकुंभ में लगभग 10 हजार संस्थाएं एक उद्देश्य के साथ कार्य कर रही हैं। 4000 हेक्टेयर में 25 सेक्टरों में बंटे महाकुंभ मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिहाज से 12 किमी लंबाई के घाट, 1850 हेक्टेयर में पार्किंग, 450 किमी चकर्ड प्लेट, 30 पांटून पुल, 67 हजार स्ट्रीट लाइट, 1,50,000 शौचालय, 1,50,000 टेंट के साथ ही 25 हजार से अधिक पब्लिक एकोमडेशन की व्यवस्था की जा रही है। पौष पूर्णिमा, मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी, माघ पूर्णिमा और महाशिवरात्रि के विशेष स्नान पर्व पर सुरक्षा और सुविधा के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार की गई है। केंंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि  महाकुंभ जैसे वृहद आयोजन में चार बिंदु (सूचना, स्वच्छता, संचार और सुरक्षा) सबसे महत्वपूर्ण हैं।  उन्होंने कहा कि महाकुंभ में विदेशी पर्यटकों की सुविधा के लिए एप तैयार कराएं। साइनेज पर बारकोड भी लगाएं, जिसे स्कैन करके पर्यटक संबंधित स्थल की जानकारी तो पाए ही, मेला क्षेत्र में विविध लोकेशन की जानकारी भी पा सकें। उन्होंने कहा कि पुलिस हेल्पलाइन के लिए महाकुंभ एप में वन टच हेल्प की व्यवस्था सुविधाजनक हो। देश के सभी एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन एवं प्रमुख स्थलों पर महाकुंभ के एप का क्यूआर कोड को प्रदर्शित करें।