राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क।

मिर्जापुर। विंध्याचल पर्वत पर मौजूद मां विंध्यवासिनी देवी के मंदिर में नवरात्र के सातवें दिन भक्तों की भीड़ उमड़ी। भोर के पहर से ही माता के दर्शनों के लिए भक्तों की लाइन लगनी शुरू हो गई, जो देर शाम तक नजर आई। इस दौरान माता के जयकारों से पूरा माहौल गूंजता रहा। 



मां विंध्यवासिनी का यह मंदिर हजारों साल पुराना है। इसका उल्लेख प्राचीन हिंदू ग्रंथों में मिलता है। कहते हैं यह स्थान दुर्गा के अवतार मां विंध्यवासिनी का निवास स्थान है। जिनकी पूजा महिषासुर मर्दनी के रूप में की जाती है। यहां मां विंध्यवासिनी, मां काली और मां अष्टभुजा के रूप की पूजा की जाती है। वैसे तो यहां पर रोजाना भक्त दर्शन के लिए आते हैं लेकिन नवरात्र में माहौल पूरी तरह से बदल जाता है। मां के सभी स्वरूप की पूजा-अर्चना करने के लिए पहले दिन से उमडऩे वाली भीड़ नवमी तक नजर आती है। रोजाना भोर के पहर से ही भक्तों का आगमन शुरू हो जाता है। बुधवार को नवरात्र के सातवें दिन दिन भर भक्तों की लाइन माता के दर्शनों के लिए लगी रही। इस दौरान मंदिर परिसर के आसपास मेले का माहौल रहा।