राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क।
मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी में दो दिनी नेचुरल लाइफस्टाइल फॉर हॉलिस्टिक पर्सनैलिटी डवलपमेंट एंड स्टुडेंट्स डपलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में डीआरडीओ जोधपुर के पूर्व डायरेक्टर प्रोफेसर रामगोपाल ने हिस्सा लिया।
उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर व जीवन शैली के लिए पंच तत्व पानी, वायु, अग्नि, पृथ्वी व आकाश का सही अनुपात होना जरूरी है। नेचुरल लाइफस्टाइल के जरिए शरीर को डीटॉक्सीफाई करना, स्ट्रेस को कम करना और पॉजिटिव एंड नेगेटिव एनर्जी का बैलेंस करना जरूरी है। हमें सूर्योदय से पहले जगना चाहिए, जिससें प्रचुर मात्रा में शरीर को ऑक्सीजन प्राप्त हो सके। आंतरिक शांति के लिए योग और मेडिटेशन के महत्व को भी विस्तार से समझाया। प्रो. रामगोपाल ने शरीर, मन, बुद्धि और आत्मा को स्वस्थ जीवन के चार आयाम बताते हुए स्वस्थ जीवन के लिए अष्टांग योग के बारे में विस्तार से समझाया। कहा कि स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने से हमारा शरीर स्वयं ही बीमारियों से लडऩे की क्षमता विकसित कर लेता है। दूसरे दिन इंडोर स्टेडियम में आयोजित योग सेशन में प्रो. रामगोपाल ने सूर्य नमस्कार के बारह मंत्रों के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने विपसना योग के जरिए शरीर, मन, बुद्धि के विकास पर जोर दिया। इस दौरान प्रो. मंजुला जैन, डॉॅ. अमित कंसल और डॉॅ. नेहा आनंद ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
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