राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क।
बहराइच। जिले के महसी थाना क्षेत्र में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए बवाल के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त रवैया अपनाया है। पूरे प्रकरण की जांच करने के लिए उन्होंने लखनऊ से अधिकारियों को भेजा है। चेतावनी दी है कि लापरवाह अधिकारी बख्शे नहीं जाएंगे। इस मामले मेंं सीएम की सख्ती के बाद एसओ और चौकी इंचार्ज को निलंबित कर दिया गया है। कई अन्य पुलिस कर्मियों पर भी गाज गिरना तय है। वहीं सीएम की सख्ती के बाद पूरे जिले भर में भारी फोर्स की मौजूदगी में मूर्ति विसर्जन कराया गया।
रविवार को बहराइच जिले के महसी क्षेत्र में गांव रेहुआ मंसूरपुर से मूर्ति विसर्जन का जुलूस निकल रहा था। बताते हैं कि जुलूस जब महाराजगंज के पास से गुजरा तो कुछ नारों को लेकर दूसरे समुदाय के लोगों ने विरोध किया। इसके बाद पथराव और फायरिंग हो गर्ई। गोली लगने से रामगोपाल मिश्रा की मौत हो गर्ई। इसके बाद वहां पर बवाल शुरू हो गया। धीरे-धीरे बवाल की चपेट में पूरा जिला आ गया। जगह-जगह लोगों ने विसर्जन के लिए ले जा रही मूर्तियां रास्तों पर रखकर जाम लगा दिया। अभी भी जिले का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। इस बवाल के बाद सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त नाराजगी जताई है।
पूरी घटना की जांच करने और लापरवाह अधिकारियों को चिन्हित करने के लिए लखनऊ से अधिकारियों को भेजा गया है। इसके अलावा सीएम ने कहा कि लापरवाह अधिकारी और उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा। उनकी सख्ती के बाद थाना प्रभारी और चौकी इंचार्ज को निलंबित कर दिया गया है। वहीं बहराइच की एसपी वृदां शुक्ला ने बताया कि इस मामले में छह नामजद समेत दस के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। करीब तीस लोगों को हिरासत में लिया गया है। मुख्य आरोपी की भी लोकेशन ट्रैस हो गई है और उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा उपद्रवियों को चिन्हित करने के लिए वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है।
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