राष्टï्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क।
सवायजपुर-हरदोई। कस्बा सवायजपुर में चल रहे चार दिवसीय आर्य समाज वार्षिकोत्सव के तीसरे दिन वैदिक यज्ञ का आयोजन हुआ जिसमें यजमान के रूप में डॉ. ब्रह्मस्वरुप पांडेय एवं डॉ शीला पांडेय ने सहभागिता की। दोपहर में वैदिक प्रवचन व भजन के क्रम में बिहार से पधारी धर्मरक्षिता ने रामकथा सुनाई।
उन्होंने कहा कि महापुरुषों के चित्र की पूजा नहीं अपितु चरित्र की पूजा आवश्यक है । मेरठ से आये आचार्य संदीप आर्य ने श्रीकृष्ण पर लगाए गए मनगढंत आरोपों लांछन पर जोरदार प्रहार किया। उन्होंने कहा कि योगिराज पुरुष भगवान श्री कृष्ण के वास्तविक चरित्र जानने का समय है। आचार्य चन्द्रदेव शास्त्री ने मानव जीवन के मुख्य लक्ष्य मोक्ष प्राप्ति के लिए अपनाने वाले यम नियमों का व्याख्यान दिया। बरेली से आये आचार्य विमलदेव ने संतान पर किये गए माता पिता के उपकारों पर आधारित भजनो का गायन कर श्रोताओं को भाव-विभोर कर दिया। मथुरा से आये आचार्य स्वदेश ने जीवन में वैदिक आदर्श के पालन हेतु सदग्रंथों के पठन-पाठन पर बल देने की बात कही। आर्य समाज सवायजपुर के प्रधान आर्येन्द्र पांडेय ने बताया कि कार्यक्रम के अंतिम दिन 11 नवंबर को 101 निराश्रित विधवाओं को कंबल वितरण किया जायेगा। इस मौके पर दीप प्रकाश पांडेय, मृदुला पांडेय, रमेश तिवारी, राजेश मिश्रा, संतोष पांडेय देव, कमलेश सक्सेना, फूल सिंह आर्य, यज्ञदत्त आर्य और आशाराम द्विवेदी आदि मौजूद रहे।
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