राष्टï्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क। 

माधौगंज-हरदोर्ई। खाद की किल्लत से किसान परेशान हैं। सुबह से लाइन में लगने के बाद भी किसानों को खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। मजबूरी में किसान प्राइवेट में महंगे दामों पर खाद खरीदने को मजबूर हो रहे हैं। लिहाजा किसानों में आक्रोश है।



बताते चलें कि हर साल सर्दियों में डीएपी खाद की किल्लत हो जाती है। बुवाई के समय होने वाली इस किल्लत से किसानों को काफी परेशानी होती है। हालांकि हर साल शासन से लेकर स्थानीय स्तर तक यह दावा किया जाता है कि खाद भरपूर मात्रा में केंद्रों में हैं। किसान परेशान न हो, पर हालात इस बार भी वहीं हैं। केंद्रों में खाट का टोटा बना हुआ है। सुबह से लाइन में लगने के बाद भी किसानों को खाली हाथ लौटना पड़ता है। क्षेत्र के किसान रामकुमार, दिनेश, हनीफ, सुरेश कुमार और रमेश चंद्र ने बताया कि धान की कटाई के बाद गेहूं की बुवाई का समय आ गया है। खाद न मिलने से खेत खाली पड़े हैं। प्राइवेट दुकानदार सौलह से सत्रह सौ रुपये की एक बोरी दे रहे हैं। पीसीएफ केंद्र प्रभारी योगेश कुमार ने बताया कि तीन सौ बोरी खाद का आवंटन हुआ था। जिसका वितरण कर दिया गया है। स्टॉक में खाद न होने की जानकारी विभागीय अधिकारियों को दे दी गई है।