राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क 

लखनऊ: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में लोकसभा और राज्यसभा में चल रही चर्चा के दौरान डॉ. भीमराव अंबेडकर के योगदान को स्वीकार करते हुए कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह उनके अपमान में शामिल रही है। शाह ने कांग्रेस द्वारा डॉ. अंबेडकर के योगदान को नकारने और उनके खिलाफ किए गए कार्यों को उजागर किया। इस पर विपक्ष ने एक सोची-समझी रणनीति के तहत सच्चे अंबेडकरवादियों को गुमराह करने की कोशिश की।



पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि कांग्रेस ने डॉ. अंबेडकर को संविधान सभा में भाग लेने से रोकने की कोशिश की, और उन्हें संविधान सभा की ड्राफ्ट कमेटी का अध्यक्ष बनने से भी रोका। इसके अलावा, कांग्रेस ने डॉ. अंबेडकर को दो बार लोकसभा चुनाव में हराया और उनके सेक्रेटरी को उनके खिलाफ चुनाव लड़वाया।

कौशल किशोर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने डॉ. अंबेडकर की तस्वीर को लोकसभा में नहीं लगाया और उनके वादों को पूरा नहीं किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा डॉ. अंबेडकर की विचारधारा और मिशन को नकारा है, जबकि भाजपा सरकार उनके मिशन को पूरा कर रही है।

कौशल किशोर ने कांग्रेस की इन हरकतों की निंदा करते हुए कहा कि वह 22 दिसंबर को लखनऊ में डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा के सामने धरना देंगे और राष्ट्रपति से ज्ञापन भेजेंगे।