राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ : हरियावाँ डीसीएम शुगर मिल में निकलने वाली मैली काली राख जहरीले धुएं व दुर्गंध से आस पास के कई गांव प्रभावित हैं इन गांव में न तो फसले हो पा रही हैं और न ही पेड़ पौधे पनप रहे हैं बल्कि जो पेड़ है वह भी मुरझा कर सुख रहे हैं।भारतीय किसान यूनियन भानू गुट हरदोई जिला अध्यक्ष अनिल मिश्रा द्वारा न्याय हित में निष्पक्ष रखी जनहित की बात और बताया की सबसे ज्यादा विपरीत अवसर मानव स्वस्थ व पानी की गुणवत्ता पर हो रहा है हरियावाँ कुरसेली अकबरपुर ग्राम सबसे ज्यादा परेशान है गन्ना मिल के जहरीले प्रदूषण से आम जन मानस का जीना दुश्वार है इसकी रोकथाम के लिए न स्थानीय चीनी मिल द्वारा कुछ बचाव नहीं किया जा रहा है और न ही शासन प्रशासन कोई प्रकाश कर रहा है मिल से सटी ग्रामसभा अकबरपुर में करीब एक हजार आबादी रहती हैं व मिल से गरीब 200 मीटर की दूरी पर स्थित कुरसेली ग्राम सभा में एक हजार की आबादी और हरियावाँ में करीब पांच हजार की आबादी में निवास करती है अकबरपुर में बिना हवा चले मिल की बदबू से कमरों तक में बैठना दुश्वार हो जाता है जबकि हवा चलती है तो ऐसी ही स्थिति का सामना हरियावाँ और कुरसेली के ग्रामीणों को करना पड़ता है मिल से बिल्कुल सेट प्राथमिक विद्यालय अकबरपुर के सामने पडने वाली मैली ( राख) स्थानीय मिल द्वारा सैकड़ो बीघा में डंप की जाती है जब वह गीली होती हैं जो दम घुटाऊ बदबू और सूखने पर उड़ने से आसपास के गांव में जाती है जो नाक आंख कान और शरीर में चिपक जाती है जिससे खुजली जलन और स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं होती हैं स्कूल जाने वाले बच्चे बीमार के शिकार हो रहे हैं ग्रामीणों का कहना है कि हम लोगों की जिंदगी अब दम घोटू हो गई है वही इन सब समस्याओं के बावजूद जिम्मेदार मिल प्रशासन प्रदूषण को रोकथाम करने के लिए उचित प्रबंध नहीं कर पा रहा है और नहीं शासन प्रशासन द्वारा कठोर कार्यवाही की जाए जिससे आम जनमानस स्वस्थ जीवन यापन कर सके।
ग्रामीणों का कहना है कि मिल से निकलने वाली जहरीले धुएं और हवा के साथ उड़ने वाली बैगास गन्ने की भूसी घरों में गिरती रहती है यहां भूसी उड़कर आंखों में पढ़ने से जलन शरीर में खुजली और गले में जलन जैसी समस्याएं हो रही हैं तीनों ग्रामों में करीब दो दर्जन से ज्यादा लोग कैंसर से भी पीड़ित है जिसके पास पैसा है वह बड़े शहरों में निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं लेकिन कमजोर आय मार्ग के पीड़ित लोग सरकारी अस्पतालों में दवा लेकर जिंदगी और मौत के बीच लड़ रहे हैं ग्रामीण बोले चीनी मिल से निकलने वाली जहरीली राख से आसपास के कई गांव के लोग प्रभावित हैं लेकिन इसका सबसे ज्यादा मिल से सटे गांव में दिख रहा है जिससे यहां रहने वाले लोगों की आंखों में जलन खुजली सांस और कैंसर जैसी बीमारी के मरीज की संख्या बढ़ रही है स्थानीय चीनी मिल से उड़ने वाली काली राख और बदबू से घर य दरवाजे पर बैठना मुश्किल हो गया है इसी राख से पेड़ पौधे सूखने के साथ फसले बर्बाद हो रही हैं लोग कई तरह की बीमारी की चपेट में आ गए हैं इन सब के बाद भी कोई जिम्मेदार इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा है जो चिंता का विषय बना हुआ है जबकि लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है शुगर मिल से निकलने वाली राखी मौली और बदबू से दुकानदारी और व्यवसाय में काफी प्रभावित हुआ है ग्राहक कम ही आते हैं दुकान को चारों तरफ से ढक कर रखना पड़ता है फिर भी बदबू और राखी गिरने से लोग दुकान पर भी आने में कतराते हैं क्या बोले हरियावाँ सीएचसी अधीक्षक डॉ राजीव रंजन ने बताया कि क्षेत्र में खांसी गले में दर्द श्वास त्वचा में जलन व खुजली के मरीज बढ़े हैं अस्पताल आने वाले ग्रामीणों का इलाज किया जा रहा है बताया कि वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ती है तो कैंसर जैसे घातक बीमारियां जन्म ले लेती हैं।
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