राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क

हरदोई: हरियावां के भदेउरा गांव में चल रहे 50वें श्रीरुद्र महायज्ञ के चतुर्थ दिवस पर भगवान शिव और देवी पार्वती के विवाह का सुंदर चित्रण किया गया। प्रसिद्ध कथाव्यास कु. कोमल मिश्रा जी ने शिव-पार्वती के विवाह के प्रसंग को बड़े भावपूर्ण तरीके से सुनाया, जिसने श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया।


शिव पार्वती विवाह प्रसंग सुनाती कथा व्यास कोमल मिश्रा।

कथाव्यास ने बताया कि पार्वती की कठोर तपस्या से महादेव प्रसन्न हुए, लेकिन वे प्रारंभ में पार्वती से विवाह करने के लिए तैयार नहीं थे। बाद में पार्वती के अडिग प्रेम और तपस्या के कारण शिवजी ने विवाह के लिए सहमति दी। विवाह के दिन शिवजी भूत-प्रेतों और चुड़ैल के साथ बारात लेकर आए, जो देखने में अत्यंत विचित्र था।

आखिरकार, शिवजी के दिव्य रूप में श्रृंगार के बाद विवाह संपन्न हुआ। इस विशेष अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।