
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क ।बॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेस नीना गुप्ता अपनी ड्रेस के चलते अब एक बार फिर ट्रोलर्स के निशाने पर आ गई हैं। अपने 66वें जन्मदिन पर अभिनेत्री रिवीलिंग ड्रेस में नजर आईं, जो अब काफी सुर्खियां बटोर रही है।
बॉलीवुड की सीनियर एक्ट्रेस नीना गुप्ता एक बार फिर अपने अंदाज को लेकर सुर्खियों में आ गई हैं। हाल ही में उन्होंने अपने 66वें जन्मदिन के मौके पर एक इवेंट में ऐसा आउटफिट पहना कि सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई। जहां कुछ लोग उनके स्टाइल को उनकी उम्र के लिहाज से अनुचित बता रहे हैं, वहीं उनके चाहने वाले उनकी हिम्मत और आत्मविश्वास की जमकर तारीफ कर रहे हैं।
नीना गुप्ता के आउटफिट पर बहस छिड़ी
दरअसल नीना गुप्ता ‘मेट्रो इन डिनो’ फिल्म के ट्रेलर लॉन्च इवेंट में पहुंची थीं, जहां उन्होंने मीडिया के साथ केक काटा और अपना बर्थडे सेलिब्रेट किया। इस मौके पर उन्होंने सफेद रंग का रन काफ्तान और गोल्डन ब्रा स्टाइल टॉप पहना था, जो उनकी बेटी मसाबा गुप्ता के फैशन ब्रांड ‘हाउस ऑफ मसाबा’ से था। उनका यह लुक कुछ लोगों को बेहद बोल्ड लगा और उन्होंने सोशल मीडिया पर नीना को ट्रोल करना शुरू कर दिया।
नीना गुप्ता को किया गया ट्रोल
ट्रोल्स ने उन पर उम्र के हिसाब से कपड़े न पहनने जैसे कमेंट्स किए। लेकिन इस आलोचना के बीच कई फैन्स उनकी ढाल बनकर सामने आए। एक यूजर ने लिखा, ‘हम महिलाओं से आत्मविश्वासी बनने की उम्मीद करते हैं लेकिन जब कोई महिला अपने हिसाब से जीती है तो उसे ही शर्मिंदा किया जाता है।’ वहीं दूसरे ने कहा, ‘मुद्दा कपड़ों का नहीं, बल्कि अपनी मर्जी से जीने का है।’
नीना गुप्ता का बेबाक अंदाज
नीना गुप्ता पहले भी कई बार अपने बिंदास और बेबाक अंदाज से समाज के तय किए गए नियमों को तोड़ती रही हैं। चाहे वो निजी जिंदगी में बिना शादी के मां बनने का फैसला हो या फिर फिल्मों में पारंपरिक किरदारों से हटकर काम करना, नीना हमेशा अपनी शर्तों पर जीती आई हैं।
फिल्म में प्रमोशन में बिजी हैं एक्ट्रेस
इवेंट में नीना के साथ फिल्म के दूसरे कलाकार जैसे आदित्य रॉय कपूर, सारा अली खान, पंकज त्रिपाठी, कोंकणा सेन शर्मा और निर्देशक अनुराग बसु भी नजर आए। ‘मेट्रो… इन डिनो’ रिश्तों, शादी और आज की पीढ़ी की सोच पर आधारित चार कहानियों की एंथोलॉजी है, जो 4 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
नीना गुप्ता को ट्रोल करने वाले ये भूल जाते हैं कि वो केवल एक अभिनेत्री नहीं, बल्कि समाज के स्टीरियोटाइप्स को चुनौती देने वाली एक मिसाल हैं। इस पूरे मामले से एक बात साफ है- उम्र चाहे जो भी हो, आत्मविश्वास और अपनी पहचान को लेकर कोई समझौता नहीं होना चाहिए।