
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क हरदोई : अपर जिलाधिकारी ने जानकारी दी कि 18 मार्च 2025 को आयोजित कार्यशाला में विभिन्न विभागों द्वारा आपदा प्रबंधन से संबंधित कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया जाएगा। इस कार्यशाला में राजस्व विभाग द्वारा एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ मानक दरें और जिले में विभिन्न आपदाओं में वितरित राहत का विवरण दिया जाएगा।
विभिन्न विभागों की प्रस्तुतियां:
पुलिस विभाग – आपदाओं के दौरान किए गए कार्यों का विवरण प्रस्तुत करेगा।
चिकित्सा विभाग – सर्पदंश, बाढ़, आकाशीय विद्युत, डूबने की घटनाओं आदि के समय प्राथमिक उपचार एवं सामान्य बीमारियों के बचाव उपाय बताएगा।
विद्युत विभाग – बाढ़ और लू जैसी आपदाओं के दौरान विद्युत सुरक्षा उपायों की जानकारी देगा।
वन विभाग – मानव-वन्यजीव द्वंद न्यूनीकरण के लिए किए जा रहे कार्यों और वितरित राहत का विवरण देगा।
ग्राम विकास विभाग – बाढ़, अतिवृष्टि और अग्निकांड के बाद प्रभावितों को दी जाने वाली सहायता का विवरण साझा करेगा।
सिंचाई विभाग – बाढ़ सुरक्षा कार्यों की रिपोर्ट देगा।
पशुपालन विभाग – बाढ़, शीतलहर और लू के दौरान पशुओं के उपचार, टीकाकरण और चारे की व्यवस्था की जानकारी देगा।
अग्निशमन विभाग – अग्निकांड और लू से बचाव के उपाय बताएगा।
जल निगम – हर घर जल योजना समेत अन्य योजनाओं और हीटवेव से बचाव हेतु किए जा रहे कार्यों का विवरण देगा।
पंचायतीराज विभाग – बाढ़ के बाद गांवों में पेयजल, सफाई और कीटनाशक छिड़काव की व्यवस्था पर प्रकाश डालेगा।
पूर्ति विभाग – आपदाओं के समय वितरित खाद्यान्न की रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा।
रेडक्रॉस – विभिन्न आपदाओं में संस्था की भूमिका का विवरण देगा।
आपदा प्रबंधन समिति की समीक्षा बैठक 18 मार्च को
एडीएम ने बताया कि 18 मार्च को आयोजित कार्यशाला में माननीय दैवीय आपदा प्रबंधन जांच समिति द्वारा राजस्व, ऊर्जा, नगर विकास, लोक निर्माण, सिंचाई, वन, आवास एवं शहरी विकास, कृषि, खाद्य रसद, आयुष, पंचायतीराज, गृह, शिक्षा (बेसिक, माध्यमिक एवं प्राविधिक) और चिकित्सा विभागों के अधिकारियों द्वारा वर्ष 2022-23, 2023-24 और 2024-25 में अब तक किए गए आपदा प्रबंधन कार्यों की समीक्षा की जाएगी।
तैयारी बैठक 16 मार्च को
अपर जिलाधिकारी ने बताया कि इस कार्यशाला से पहले 16 मार्च 2025 को अपराह्न 03 बजे जिलाधिकारी की अध्यक्षता में स्वामी विवेकानंद सभागार, कलेक्ट्रेट में बैठक आहूत की गई है। इसमें सभी विभागों को अपने प्रस्तुतीकरण की तैयारी के साथ अनिवार्य रूप से शामिल होने के निर्देश दिए गए हैं।
यह कार्यशाला आपदा प्रबंधन की तैयारियों को परखने और भविष्य की रणनीति तय करने के लिए अहम होगी।