
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क लखनऊ। सिंचाई विभाग संयुक्त कर्मचारी संघर्ष समिति के बैनर तले विभिन्न पदों की कटौती एवं मृतप्रय करने के विरोध में दो दिवसीय साकेतिक विरोध किया गया। समिति ने कार्यक्रम के दूसरे दिन समधान न हाने पर चरणबद्ध आन्दोलन का निर्णय लिया।समिति की तरफ से कहा गया कि सिंचाई विभाग संयुक्त कर्मचारी संघर्ष समिति, उत्तर प्रदेश द्वारा घोषित दो दिवसीय सांकेतिक विरोध प्रदर्शन, ध्यानाकर्षण हेतु सिंचाई विभाग के समस्त मान्यता प्राप्त संगठनों के सदस्यों,कर्मचारियों द्वारा काला फीता बांधकर द्वितीय दिवस में भी किया गया, यह प्रदर्शन लखनऊ सहित प्रदेश के समस्त जनपदों में सफल रहा। सिचाई भवन मुख्यायल पर सिंचाई विभाग के बड़ी संख्या में सींचपाल, नलकूप चालक, रनर, टिंडैल, इत्यादि जैसे जनउपयोगी पदों को मृत संवर्ग घोशित किये जाने एवं उपराजस्व अधिकारी, जिलेदार, मुन्शी आदि तमाम पदो में कटौती किये जाने के निर्णय के विरोध में चरणबद्ध आंदोलन करने हेतु प्रस्तावित किया गया है। यह आदेश किसानों एवं कर्मचारियों के विरोध में जारी किया गया है,। सिंचाई विभाग उत्तर प्रदेश के समस्त मान्यता प्राप्त संघों के सदस्य कर्मचारीगण ने काला फीता बांधकर ध्यानाकर्षण कराने हेतु प्रतीकात्मक विरोध किया। उक्त किसान एवं कर्मचारी विरोधी शासन के निर्णय 14 मई .2025 को वापस लिये जाने के लिये प्रदेश के समस्त कर्मचारियों ने एक स्वर में सरकार से माँग की है।आज के सांकेतिक विरोध प्रदर्शन में सिंचाई विभाग मुख्यालय,लखनऊ स्थित कार्यालयों में विशेष रूप से सुनील कुमार मिश्रा, नरेन्द्र कुमार यादव, योगेष कुमार वर्मा, इ.गोपीकृष्ण, नवीन चन्द्र भटनागर, महेन्द्र प्रताप, नीरज कुमार चर्तुवेदी, अमरजीत मिश्रा, अभय शुक्ला, सोमनाथ सिंह, पवन गौतम, अमित कुमार, विजय कुमार यादव, रामलाल यादव, विनोद बुद्धिराम कनौजिया, राकेश कुमार पाण्डेय, राजकुमार पाण्डेय, राकेश चौधरी, संजय यादव, गौरव उपाध्याय, भाईलाल यादव, राजेश मिश्रा, शकील अहमद, सहित भारी संख्या में कर्मचारीगण ने काला फीता बांधकर गेट मीटिंग कर अपना सांकेतिक विरोध दर्ज कराकर उक्त महत्वपूर्ण पदों को यथावत बनाये रखने की माँग की।