
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क हरदोई : नुमाइश मेला मैदान में चल रही श्रीराम लीला में वृंदावन से आए कलाकारों ने आज ऐतिहासिक प्रसंग अंगद-रावण संवाद का सजीव मंचन किया।
लीला में दर्शाया गया कि भगवान श्रीराम ने रामेश्वर स्थापना के लिए हनुमान जी को शिव प्रतिमा लाने भेजा और जामवंत जी को रावण को यज्ञ में निमंत्रण देने के लिए लंका भेजा। रावण, रामेश्वरम पहुंचकर बालू से शिव प्रतिमा बनवाकर विधि-विधान से पूजा कर पुनः लंका लौट गया। इसके बाद युवराज अंगद को रावण को समझाने के लिए लंका भेजा गया।
लंका पहुंचकर अंगद ने पहले रावण के पुत्र को परास्त किया और फिर रावण के दरबार में जाकर उसे समझाने का प्रयास किया। लेकिन अहंकारी रावण ने उनकी बात नहीं मानी। इसके बाद अंगद श्रीराम के पास लौट आए।
इस भव्य रामलीला मंचन के दौरान श्री रामलीला कमेटी के पदाधिकारी श्री राम प्रकाश शुक्ला, प्रेम शंकर द्विवेदी, अमलेंद्र नाथ मिश्र (मांटी बाबू), राकेश गुप्ता, प्रमोद मिश्र, पुनीत द्विवेदी, मुनेंद्र सिंह समेत अनेक गणमान्य नागरिक व बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित रहीं।