
प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग मंत्री राकेश सचान समेत अन्य मंत्रियों ने केंद्रीय बजट 2025-26 को ऐतिहासिक बताते हुए इसे देश के समग्र विकास के लिए मील का पत्थर कहा। उन्होंने कहा कि बजट किसानों, मध्यम वर्ग, युवाओं और उद्योगों के लिए लाभकारी है। किसानों के लिए क्रेडिट कार्ड की सीमा बढ़ाकर ₹5 लाख करना, मध्यम वर्ग को ₹12 लाख तक की आय पर कर राहत देना, और स्टार्टअप व अधोसंरचना विकास को प्राथमिकता देना आर्थिक सशक्तिकरण को नई ऊंचाई देगा।
बजट में एमएसएमई के लिए नए वर्गीकरण मानदंड और ₹5 लाख तक के क्रेडिट कार्ड की व्यवस्था से राज्य के लाखों छोटे उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। आईआईटी में 6,500 छात्रों के लिए अवसंरचना सृजन, शिक्षा के क्षेत्र में एआई उत्कृष्टता केंद्र और अटल टिंकरिंग लैब्स की स्थापना से छात्रों को नए अवसर मिलेंगे। राष्ट्रीय कौशल उत्कृष्टता केंद्र युवाओं को वैश्विक मानकों पर प्रशिक्षित करेगा, जबकि भारतीय भाषा पुस्तक योजना डिजिटल पुस्तकों के माध्यम से मातृभाषा शिक्षा को प्रोत्साहित करेगी।
मंत्रियों ने कहा कि बजट से पारंपरिक उद्योगों, शिक्षा, तकनीकी विकास, सुरक्षा सुधार, सामाजिक न्याय और कृषि क्षेत्र को मजबूती मिलेगी। यह बजट आत्मनिर्भर भारत की नींव रखेगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को साकार करेगा।