
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क लखनऊ। नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने रानी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयन्ती के अवसर पर प्रदेश के सभी नगर निगमों, नगर पालिका परिषदों व नगर पंचायतों में 29 से 30 मई को दो दिवसीय महिला सशक्तीकरण सम्मेलन आयोजन के निर्देश दिये हैं। महिला सशक्तीकरण से संबंधित कार्यों के साथ गोष्ठी एवं सम्मेलन का आयोजन किया जाय, महिलाओं के आजीविका, स्वरोजगार एवं आवास दिलाने का कार्य करें तथा निकाय स्थित धार्मिक स्थलों, नदी-घाटों एवं बरसात के दृष्टिगत नाले-नालियों की विशेष सफाई के लिए 31 मई से 15 जून तक अभियान चलाया जाये। रानी अहिल्याबाई होल्कर जी का जन्म 31 मई 1725 को महाराष्ट्र के चौड़ी गांव में हुआ था। उन्होंने काशी विश्वनाथ से लेकर सोमनाथ तक के अनेकों मन्दिरों का जीर्णोद्धार कराया था। उन्होंने धर्म पथ पर चलते हुए लोक कल्याण के लिए समर्पित होकर कार्य किया, जिसके लिए सदैव उन्हें याद किया जायेगा।नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने बुधवार को डीसीसीसी के माध्यम से सुबह 08 बजे निकाय कार्यों की वर्चुअल समीक्षा करते हुए यह निर्देश दिया। नगर आयुक्तों और अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित किया है की बरसात से पहले सभी छोटे बड़े नाले नालियों की सफाई पूरी जिम्मेदारी के साथ और स्वयं उपस्थित रह कर करा लिया जाय।निकायों में बड़े नालों की सफाई का ड्रोन सर्वे भी कराया जाये। निकाय अधिकारी साफ-सफाई तथा अन्य कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कर नियमित मॉनीटरिंग भी करें। कार्यों में लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्हों कहा कि नगरीय जीवन को बेहतर और सुगम बनाने के लिए शहरों के व्यवस्थापन को वैश्विक स्तर का बनाना होगा। बरसात में किसी भी निकाय से जल भराव की शिकायत नहीं आनी चाहिए। सभी पंपिंग स्टेशन चालू हालात में रहें, इसकी अभी से जांच करा लें। नगरो की साफ सफाई और सुंदरीकरण पर विशेष ध्यान देंगे। नगरों की नियमित साफ-सफाई के लिए मैन और मशीन का समुचित उपयोग किया जाए। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जाए। कहीं पर भी कूड़ा इकट्ठा पड़ा हुआ न दिखे। कूड़े को नियमित रूप से उठाकर एमआरएफ सेन्टर पहुंचायें। सफाई नियमित रूप से होनी चाहिए। गर्मी में नागरिकों को पीने के पानी की समस्या न हो, बरसात में शुद्ध पेयजल आपूर्ति पर ध्यान देंगे। जहां कहीं से भी गंदा पानी आने की शिकायतें आ रही हों, उसका तत्काल समाधान करायें। नगरों के जलाशयों, तालाबों का सुंदरीकरण कराया जाए। नागरिकों को भीषण गर्मी और हीटवेव से बचाने के लिए समुचित प्रबंध किये जायें। नगरीय क्षेत्रों में स्थित कान्हा गौशालाओं में पल रही गायों को गर्मी में चारे पानी की कमी न रहे। इसके विशेष प्रबंध किए जाए। जिन नगरीय क्षेत्रों में लो लैंड क्षेत्र होने से जल भराव की समस्या बनी हुई है वहां पर जल निकासी के लिए विशेष रूप से ध्यान दिया जाए। इस बार जलभराव से नागरिकों को समस्याओं का सामना करना पड़े, न ही जल भराव से संचारी रोग और मच्छर जनित बीमारियों का सामना करना पड़े। उन्होंने सभी निकायों के नगर आयुक्तों एवं अधिशासी अधिकारियों से वर्चुअल संवाद कर नगरीय व्यवस्थापन, नाले-नालियों की सफाई, स्वच्छता, सुन्दरीकरण, कूड़ा प्रबंधन एवं जलनिकासी की जानकारी ली।
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