
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क
त्तर प्रदेश में योगी सरकार के मंत्री असीम अरुण ने महोबा जिले के एक दलित छात्रावास में ₹5 लाख के घोटाले का खुलासा किया है। इस मामले में समाज कल्याण विभाग के जिला अधिकारी अभय कुमार सिंह और अधीक्षक को निलंबित कर दिया गया है।
घोटाले का खुलासा कैसे हुआ?
महोबा जिले में एक अनुसूचित जाति की महिला ने आरोपियों के खिलाफ बलात्कार का मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में पीड़ित महिला को अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार उन्मूलन योजना के तहत सहायता राशि मिलनी थी। महिला ने एक साल तक सहायता राशि के लिए जिला समाज कल्याण अधिकारी से संपर्क किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इस पर मंत्री असीम अरुण ने मामले की जांच के आदेश दिए।
प्रशासनिक कार्रवाई
जांच में आरोप सही पाए जाने पर शासन ने अभय कुमार सिंह को निलंबित कर दिया है। मंत्री असीम अरुण ने कहा कि समाज कल्याण विभाग से संबंधित भ्रष्टाचार की शिकायतों पर कार्रवाई की जाएगी और लोग 1077 या 9793741114 पर शिकायत कर सकते हैं।
इससे पहले, मंत्री असीम अरुण ने कन्नौज जिले के तिर्वागंज के छात्र ममतांजय कुमार की शिकायत पर समाज कल्याण विभाग के बाबू हृदेश कुमार को गिरफ्तार कर निलंबित किया था। हृदेश कुमार पर छात्रवृत्ति दिलाने के लिए घूस लेने का आरोप था।
मंत्री असीम अरुण ने कहा कि समाज कल्याण विभाग में भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कार्रवाई की जाएगी। भ्रष्टाचार से संबंधित किसी भी शिकायत को गंभीरता से लिया जाएगा।
इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि योगी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।