
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क लखनऊ :
हमीरपुर । जिले में डीएम और एसपी आवास सहित करोड़ों रुपये की नजूल भूमि को निजी लोगों के नाम दर्ज कराने के मामले में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। प्रशासन की जांच में यह खुलासा हुआ कि 58.14 एकड़ सरकारी जमीन, जिसमें आला अफसरों के सरकारी आवास भी शामिल हैं, रिकॉर्ड में हेराफेरी कर निजी व्यक्तियों के नाम चढ़ा दी गई। इस घोटाले की शिकायत एसडीएम सदर शुकमा प्रसाद की ओर से की गई, जिनकी तहरीर पर एफआईआर दर्ज हुई। एफआईआर में तत्कालीन एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, लेखपाल समेत कुल 13 लोगों को नामजद किया गया है। आरोप है कि सभी ने मिलकर भू-अभिलेखों में भारी स्तर पर छेड़छाड़ की। जिलाधिकारी घनश्याम मीणा के निर्देश पर एसडीएम सदर ने नामजद लेखपाल राजकिशोर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। अन्य आरोपियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की तैयारी है। डीएम घनश्याम मीणा ने पूरे मामले पर खुद निगरानी शुरू कर दी है। उन्होंने पुलिस विभाग को तेजी से जांच करने के निर्देश दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक, बाकी आरोपियों से पूछताछ की तैयारी चल रही है और जल्द गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। इस बड़े जमीन घोटाले के सामने आने के बाद जिले के प्रशासनिक गलियारों में हड़कंप मच गया है। माना जा रहा है कि जांच में और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं। डीएम का कहना है कि दोषियों को किसी भी हाल में नहीं बख्शा जाएगा और सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।