मंत्री जयंत चौधरी के सामने उठा रसोइयों का मानदेय उठाने का मुद्दा
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क।
लखनऊ। भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमिता तथा शिक्षा राज्यमंत्री जयंत चौधरी ने बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर विभागीय समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने पीएमश्री और पीएम पोषण स्कीम के बारे में जानकारी ली। कहा कि सरकार के प्रयासों को प्रभावी बनाने के लिए विभागीय अधिकारी भी आपस में राय-मशवरा अवश्य करें। बैठक में अधिकारियों ने रसोइयों के मानदेय में इजाफा करने का प्रस्ताव रखा।
मंत्री जयंत चौधरी एयरपोर्ट से सीधे गोमतीनगर स्थित पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने लगी एक प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी में छात्र-छात्राओं ने अपने द्वारा तैयार मॉडल देखकर वह काफी प्रसन्न नजर आए। यहां पर उन्होंने पौधरोपण कर वातावरण को शुद्ध बनाये रखने का संदेश दिया। पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का हिस्सा बनने के बाद वे सीधे सचिवालय के लिए रवाना हो गये। सचिवालय पहुंचकर मंत्री जयंत चौधरी ने भारत सरकार के अपर सचिव विपिन कुमार, प्रमुख सचिव बेसिक एमके शन्मुगा सुंदरम, महानिदेशक बेसिक शिक्षा कंचन वर्मा और शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार की डायरेक्टर प्रीति मीना के साथ विभागीय समीक्षा शुरू की। विभाग के अद्यतन बजट की जानकारी लेने के बाद उन्होंने पीएमश्री और पीएम पोषण स्कीम, इन हाउस किचन इत्यादि के बारे में अधिकारियों से बिंदुवार जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि राज्य में प्रथम दो चरणों में क्रमश: 925 तथा 782 विद्यालय पीएम श्री के रूप में चयनित किए गए हैं। समीक्षा के दौरान उन्होंने विद्यालयों में प्रीतिभोज जैसे कार्यक्रमों का आयोजन कर सरकार के प्रयासों को अत्यधिक प्रभावी बनाने की सलाह दी। उन्होंने दीक्षा, पीएम ई-विद्या कार्यक्रमों के लिए होने वाले प्रयासों के बारे में भी जाना। मंत्री ने नये डायट के निर्माण कार्यों हेतु डीपीआर बनाये जाने सम्बन्धी निर्देश भी सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्रालय,भारत सरकार स्तर से आईआईटी कानपुर में नई टेक्नॉलाजी के पठन पाठन के लिए समझौता किया गया है, उसका उपयोग भी किया जा सकता है।