
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क लखनऊ : अखिल भारतीय साहित्य परिषद, महानगर लखनऊ द्वारा नवसंवत्सर विक्रम संवत 2082 के उपलक्ष्य में एक संगोष्ठी एवं काव्य समारोह का आयोजन चैत्र मास की द्वितीया तदनुसार दिनांक 31 मार्च 2025 दिन सोमवार को डॉ. सुशील चंद्र त्रिवेदी 'मधुपेश', राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल भारतीय साहित्य परिषद के सृजन विहार, गोमती नगर, लखनऊ स्थित आवास पर किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल भारतीय साहित्य परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सुशील चन्द्र त्रिवेदी 'मधुपेश' द्वारा की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दयानंद पाण्डेय वरिष्ठ पत्रकार, उपन्यासकार, कवि और विचारक रहे। विशिष्ट अतिथिद्वय की भूमिका में प्रख्यात कहानीकार संजीव जायसवाल, एवं वरिष्ठ साहित्यकार महेंद्र भीष्म के द्वारा कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई गई। अखिल भारतीय साहित्य परिषद के राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री एवं राष्ट्र धर्म पत्रिका के प्रबन्धक डॉ. पवन पुत्र बादल विशिष्ट अभ्यागत एवं प्रमुख वक्ता के रुप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सुन्दर संचालन लखनऊ महानगर की महामंत्री डॉ ममता पंकज द्वारा किया गया।
कार्यक्रम का आरम्भ लखनऊ महानगर की महामंत्री डॉ ममता पंकज द्वारा सरस्वती वंदना के गायन के साथ हुआ इसके बाद लखनऊ महानगर के संयुक्त महामंत्री राजीव 'वत्सल' द्वारा परिषद गीत का सस्वर गायन किया गया।
कार्यक्रम के प्रथम चरण में ‘भारत में कुटुंब परम्परा’ विषय पर निर्भय नारायण गुप्त, विजय त्रिपाठी, कुमार तरल, संजीव जायसवाल, महेंद्र भीष्म, दयानंद पांडेय एवं डॉ पवन पुत्र बादल द्वारा अपने सारगर्भित व शोधपरक विचार प्रस्तुत करते हुए भारत में कौटुम्बिक परम्परा के ह्रास पर चिंता व्यक्त की व इसके पुनर्स्थापन हेतु प्रयासों को संस्कारों से जोड़ते हुए बल दिया जाना आवश्यक बताया।
नवसंवत्सर के उपलक्ष्य में आयोजित इस कार्यक्रम के द्वितीय चरण में लखनऊ के साहित्य जगत के वरिष्ठ साहित्यकारों द्वारा अपने गीत, ग़ज़ल, छन्द, दोहे, मुक्तक व कविताओं से नवरात्रि पर्व, परिवार, संवत्सर एवं अन्यान्य विषयों पर काव्य पाठ करते हुए अपने विचारों को प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में उपरोक्त के अलावा अखिल भारतीय साहित्य परिषद के अवध प्रांत के अध्यक्ष विजय त्रिपाठी, कार्यकारी अध्यक्ष कुमार तरल व उपाध्यक्ष उमेश शुक्ल; लखनऊ महानगर के कार्यकारी अध्यक्ष विनोद कुमार भावुक; लखनऊ पूर्व इकाई की अध्यक्ष सरोज आर्यावर्ती एवं महामंत्री पायल लक्ष्मी सोनी; लखनऊ उत्तर इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष संतोष तिवारी कौशिक व महामंत्री डॉ. संदीप शर्मा; लखनऊ मध्य इकाई के अध्यक्ष मनमोहन बाराकोटी ‘तमाचा लखनवी’; व संजीव श्रीवास्तव द्वारा कार्यक्रम को गरिमा प्रदान की गई व अपने मनमुग्धकारी काव्य पाठ द्वारा काव्य संध्या को अविस्मरणीय बना दिया। इसके अलावा डॉ शीलेन्द्र शील त्रिवेदी, हरिनाथ सिंह, अखिलेश सोनी व शैलेन्द्र प्रताप अवस्थी की उपस्थिति ने भी कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। कार्यक्रम को मनमोहन बाराकोटी ‘तमाचा लखनवी’ द्वारा फेसबुक पर लाइव भी प्रसारित किया गया।
अन्त में अखिल भारतीय साहित्य परिषद महानगर लखनऊ के अध्यक्ष निर्भय नारायण गुप्त द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किये जाने के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।