
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में भाजपा के एक विधायक पर संगीन आरोप लगाने वाली भाजपा नेत्री कोमल गुर्जर को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। कोमल गुर्जर ने विधायक के खिलाफ एक महापंचायत बुलाई थी, जिसे पुलिस ने अनुमति न होने का हवाला देकर रोक दिया। इस दौरान पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठियां फटकारी और तीन लोगों को हिरासत में भी लिया। वहीं, भाजपा नेत्री ने मीडिया से बातचीत में विधायक पर फिर से कई गंभीर आरोप दोहराए हैं।भाजपा महानगर महिला मोर्चा की मंत्री रहीं कोमल गुर्जर ने भाजपा विधायक कीरत सिंह पर वीडियो वायरल कर कई गंभीर आरोप लगाए थे। शुक्रवार को गंगोह के तीतरों रोड स्थित एक गार्डन में उन्होंने महापंचायत का आह्वान किया था। महापंचायत से ठीक पहले कोमल गुर्जर ने प्रेस से बात करते हुए विधायक कीरत सिंह पर समलैंगिक संबंधों और एक 13 वर्षीय नाबालिग लड़की के यौन शोषण जैसे बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। कोमल गुर्जर का कहना है कि विधायक कीरत सिंह के अपने करीबी सहयोगी सतपाल के साथ समलैंगिक संबंध हैं। इसके अलावा, विधायक उन पर, उनके पति और परिजनों को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि वह जल्द ही इन आरोपों के समर्थन में पुख्ता प्रमाण सार्वजनिक करेंगी। “मोदी जी और योगी जी बेटी बचाओ का नारा देते हैं, ये बेटियों को उठवाते हैं!” कोमल गुर्जर का तीखा हमला कोमल गुर्जर ने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी अप्रत्यक्ष रूप से हमला बोला। उन्होंने कहा कि “माननीय मोदी जी और मुख्यमंत्री योगी जी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देते हैं, लेकिन ये बेटियों को गुंडों के द्वारा उठवाते हैं, नहीं तो पुलिस के द्वारा उठवाते हैं।” उन्होंने भाजपा विधायक को खुला चैलेंज देते हुए कहा, “हिम्मत है तो आप सामना करो, मैं सबूत के साथ सामने आऊंगी।” यह बयान सीधे तौर पर पार्टी और सरकार के शीर्ष नेतृत्व पर सवाल खड़ा करता है और मामले को और भी संवेदनशील बना देता है। पुलिस की कार्रवाई के बाद भीड़ बाईपास मार्ग स्थित एक सपा नेता चौधरी नक्षत्र पाल सिंह के आवास पर इकट्ठा हो गई। वहां मीडिया से बातचीत में कोमल गुर्जर ने आरोप लगाए कि उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। सबूत मांगे जाने पर उन्होंने कहा कि समय आने पर सबूत भी दिखा दिए जाएंगे। कोमल ने अपनी सोने की चेन गायब होने और पुलिस पर महापंचायत में आने वाले लोगों के साथ मारपीट करने का भी आरोप लगाया। इस बीच, भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. महेंद्र सैनी ने बताया कि पूरे प्रकरण से हाईकमान को अवगत करा दिया गया है और पार्टी हाईकमान की तरफ से कोमल गुर्जर को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।