
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क हरदोई : के ऐतिहासिक नुमाइश व रामलीला मेले में इस वर्ष भी रावण दहन की भव्य तैयारी की गई है। 115 वर्षों से अधिक पुरानी इस परंपरा में गंगा-जमुनी तहज़ीब की मिसाल देखने को मिलती है। इस वर्ष 45 फुट ऊंचे रावण के पुतले का निर्माण लखीमपुर से आए मुस्लिम कारीगरों ने किया है, जो पिछले एक दशक से इस आयोजन का हिस्सा बन रहे हैं रावण का पुतला बनाने वाले कारीगर इंसाफ अली और उनके परिवार ने इसे अपनी परंपरा बना लिया है। शाबान अली, जो इस कला में निपुण हैं, बताते हैं कि उनका परिवार वर्षों से विभिन्न शहरों में रामलीला मेलों के लिए पुतलों का निर्माण करता आ रहा है। हरदोई में भी वे पिछले 10 वर्षों से इस कार्य में जुटे हैं और उन्हें यहां बहुत सम्मान मिलता है। मेला संचालक रामप्रकाश शुक्ला ने बताया कि इस ऐतिहासिक मेले में रावण के पुतले का निर्माण और आतिशबाज़ी का ज़्यादातर कार्य मुस्लिम समुदाय के कारीगरों द्वारा किया जाता है। यह मेला सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारे की अनूठी मिसाल पेश करता है, जहां धर्म से ऊपर परंपरा और संस्कृति का सम्मान किया जाता है।
रावण दहन का कार्यक्रम आज 28 फरवरी को शाम 6 बजे नुमाइश मैदान में आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर भव्य आतिशबाज़ी भी होगी, जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटेंगे।