
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार ने पेंशन लेने वाले वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा और सेहत को लेकर बड़ा कदम उठाया है। वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सभी कोषागारों को सख्त निर्देश दिए हैं कि बैंक से लोन लेने वाले पेंशनर्स की सेहत की जानकारी लिए बिना उनकी पेंशन खाते में न भेजी जाए। यानी अब हर महीने पेंशन से पहले पेंशनर का हालचाल लिया जाएगा! वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोषागारों की समीक्षा बैठक में मंत्री ने कहा कि इस काम में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
सरकार की सख्ती यहीं नहीं रुकी – अगर किसी कोषागार में पेंशनरों को परेशान करने की शिकायत मिली, तो जिम्मेदार अधिकारी पर गिरेगी गाज। वित्त मंत्री ने स्पष्ट कहा कि पेंशनरों की शिकायतें प्राथमिकता से सुनी जाएं, और किसी भी हालत में बिल पास करने में अनावश्यक देरी न हो। साथ ही, कोषागारों में पेंशनर्स के लिए बैठने की व्यवस्था, साफ पानी, पंखे और साफ-सफाई अनिवार्य कर दी गई है।
इतना ही नहीं, मंत्री ने निर्देश दिया कि गलती से पेंशन के रूप में भेजी गई अतिरिक्त रकम की 100% वसूली सुनिश्चित की जाए। साथ ही जहां पेंशनर्स एसोसिएशन हैं, वहां के पदाधिकारियों से नियमित संपर्क में रहकर पेंशनरों की स्थिति की जानकारी ली जाए। सरकार का यह कदम दिखाता है कि अब यूपी में पेंशन केवल हक नहीं, बल्कि एक मानवीय प्रक्रिया होगी, जिसमें बुजुर्गों की सेहत और सम्मान दोनों का ख्याल रखा जाएगा।