Number of people in Sanskrit language online teaching classes increased – Vinay Srivastava

राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क लखीमपुर खीरी : संस्थान लखनऊ द्वारा वर्ष 2025 में सञ्चालित संस्कृत भाषा शिक्षण कक्षाओं के फरवरी माह में कक्षाओं का शुभारम्भ किया। कक्षाओं के आरम्भ होने पर निदेशक विनय श्रीवास्तव ने ऑनलाइन शिक्षण को संस्कृत भाषा की व्यापकता को देखते हुए लोगों की संख्या बड़ी है ।उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान को अनेको शिक्षार्थियों द्वारा ऑनलाइन संस्कृत शिक्षण के आवेदन किया गया था। जिसके उद्घाटन अवसर पर निदेशक विनय श्रीवास्तव ने कहा कि संस्कृत का उत्थान हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। योजना सर्वेक्षक भगवान सिंह चौहान  ने महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए बताएं कि किसी भी जाति वर्ग का व्यक्ति वैबसाइट विजिट कर पंजीयन कर यथेष्ट समय पर कक्षा में भाग ले सकते हैं। इस अवसर पर डॉ. दिनेश मिश्र (प्रशासनिक अधिकारी),समन्वयक धीरज मैठाणी, दिव्यरंजन, राधा शर्मा ने अपने विचार प्रस्तुत किये। समस्त प्रशिक्षकगण ने गत वर्ष के शैक्षणिक अनुभव साझा कर नये जोश के साथ कार्य करने हेतु अपनाउत्साह दशार्या। सहभागी शिक्षार्थियों नें बसन्तकालीन संस्कृत भाषा शिक्षण कक्षाओं में आवागमन की समस्या रहते, ऑनलाइन कक्षाओं को उत्तम विकल्प बताया तथा अपना प्रतिस्पदन साझा किया। ज्ञातव्य है कि गत वर्ष में सैकड़ों कक्षाएं संचालित हुई। जिसमें देश विदेश तथा अन्यान्य राज्यों के अनेक संस्कृत अनुरागी सामाजिक जन तथा विद्यार्थी वर्ग सहभागी रहे।

उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान की भाषा प्रशिक्षिका  मीना कुमारी  की द्वितीयस्तरीय संस्कृत भाषा शिक्षण कक्षा सायं 3 बजे संचालित की जाती है। जिसमें फिलहाल 50 से अधिक छात्र संस्कृत का ज्ञान ले रहें हैं। कक्षा में   श्रीशशिधरन, रंजना, लक्ष्मी ,शैल , शोभा, विनय, विमला आदि छात्र-छात्राओं ने अपने विचारों को व्यक्त किया। शिक्षार्थियों की रूचि को देख कर आगामी समय में इस संख्या के और अधिक बढ़ने का अनुमान है।

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