
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क
उत्तर प्रदेश की राजनीति में इन दिनों एक नया पोस्टर वॉर देखने को मिल रहा है, जिसमें समाजवादी पार्टी (SP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच तीखी बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है।
“पोस्टर नहीं, आइना लगाइए” – अखिलेश यादव का तंज
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही में BJP के एक पोस्टर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “पोस्टर नहीं, आइना लगाइए।” यह टिप्पणी उन्होंने BJP के उस पोस्टर पर की, जिसमें लिखा था, “बंटेंगे तो कटेंगे”। अखिलेश यादव ने इसे नकारात्मक राजनीति का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह नारा उनकी निराशा और नाकामी को दर्शाता है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि BJP के इस नारे ने उनके बचे-खुचे समर्थकों को भी हतोत्साहित किया है। अखिलेश ने इसे BJP के राजनीतिक पतन का संकेत करार दिया।
BJP का पलटवार
BJP ने अखिलेश यादव की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा कि यह केवल एक राजनीतिक बयानबाजी है। BJP नेता ने यह भी कहा कि विपक्षी दलों के नेताओं को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए और जनता के बीच अपनी विश्वसनीयता बढ़ानी चाहिए।
जुड़ेंगे तो जीतेंगे” – SP का सकारात्मक नारा
BJP के “बंटेंगे तो कटेंगे” नारे के जवाब में समाजवादी पार्टी ने “जुड़ेंगे तो जीतेंगे” का नारा दिया है। अखिलेश यादव ने इस नारे को सकारात्मक राजनीति का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह नारा समाज में एकता और भाईचारे की भावना को बढ़ावा देता है। उन्होंने इसे BJP के नकारात्मक राजनीति के मुकाबले एक बेहतर विकल्प बताया।
इस पोस्टर वॉर ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दिया है, जिसमें दोनों दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी विधानसभा उपचुनावों और 2027 के विधानसभा चुनावों में इन नारों का क्या प्रभाव पड़ता है।