
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ : लखनऊ में सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने कहा समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने मुसलमान को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया है। कांग्रेस, सपा और बसपा ने ऐसा विकास किया कि आज मुसलमान 1 प्रतिशत भी सरकारी नौकरी में नहीं बचे हैं। उन्होंने कहा कि सपा मुसलमानों की हितैषी पार्टी है तो 2027 के चुनाव में सीएम फेस किसी मुस्लिम नेता को बनाए। अगर सीएम फेस मुस्लिम नहीं हुआ तो ये मान लिया जाएगा कि समाजवादी मुसलमानों को ठगने वाली पार्टी है। उन्हें अधिकार नहीं देना चाहती है। अल्पसंख्यक मोर्चे के पदाधिकारियों और सदस्यों ने सोमवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर से मुलाकात की। आगामी पंचायत चुनाव और 2027 विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति बनाई। ओमप्रकाश राजभर ने कहा हमारे पास अल्पसंख्यकों से जुड़ा विभाग है। इसलिए प्रदेश भर के मुस्लिम समुदाय के लोग मुलाकात करने आते हैं। इसके साथ ही पार्टी अल्पसंख्यकों के अधिकारों की लड़ाई लड़ रही है। हमारी पार्टी गठबंधन में है। मगर कुछ बिंदुओं पर भाजपा के बीच आपसी सहमति बनी थी। जातीय जनगणना उसी का नतीजा है। उन्होंने कहा मुसलमानों की आबादी 18 प्रतिशत है। इन्हें कांग्रेस और सपा के लोग नफरत सिखाते हैं। यह लोग अल्पसंख्यकों की शिक्षा, नौकरी और विकास की बात नहीं करते। हम लोग अल्पसंख्यक समुदाय को शिक्षा के प्रति जागरूक कर रहे हैं। ओमप्रकाश राजभर ने कहा मदरसे में शिक्षा हासिल करके मदरसे में नौकरी कर सकते हैं। मगर वहां कितनी नौकरियां हैं। इसलिए बेहतर शिक्षा हासिल करके अन्य जगहों पर भी रोजगार हासिल करें। अल्पसंख्यक समुदाय इधर-उधर भटक रहा है। हम लोग सरकार में हैं। हर स्तर पर मदद करेंगे। उन्होंने कहा आजादी के बाद मुसलमान सरकारी नौकरियों में 38 प्रतिशत था। आज 1 प्रतिशत भी सरकारी नौकरी में नहीं बचे हैं। सपा ने मुसलमान का वोट लेकर चार बार सरकार बनाई। यादव जी मुख्यमंत्री बन गए, लेकिन मुसलमानों को प्रतिनिधित्व नहीं दिया। सुभासपा अल्पसंख्यक मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष खुर्शीद आलम ने कहा सभी पार्टियों ने हमारे समुदाय को गुमराह किया। हम लोग अब किसी पार्टी के झांसे में नहीं आने वाले।ओमप्रकाश राजभर मुसलमानों के विकास की बात कर रहे हैं। अल्पसंख्यक समुदाय को विकास के पथ पर ले जाने की रणनीति है। इसलिए बड़ी संख्या में मुसलमान सुभासपा के साथ जुड़ रहा है।