
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क
भारत की वायुसेना ने 6 मई 2025 को पाकिस्तान के बहावलपुर में एक सटीक हवाई हमले में जैश-ए-मोहम्मद के शीर्ष कमांडर अब्दुल रऊफ अज़हर को मार गिराया। यह ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के तहत किया गया था, जो भारत द्वारा पाकिस्तान में आतंकवादियों के खिलाफ चलाए गए लक्षित हमलों की श्रृंखला का हिस्सा था।
कौन था अब्दुल रऊफ अज़हर?
अब्दुल रऊफ अज़हर, जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक मसूद अज़हर के छोटे भाई थे। उन्हें ‘साद बाबा’, ‘मुफ्ती’, ‘मुफ्ती असगर’ और ‘मौलाना मुफ़्ती रऊफ असगर’ जैसे कई उपनामों से जाना जाता था। वह भारतीय संसद हमले (2001), पठानकोट एयरबेस हमले (2016) और पुलवामा हमले (2019) जैसे प्रमुख आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड रहे थे। अमेरिका ने उन्हें दिसंबर 2010 में वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था।
ऑपरेशन ‘सिंदूर’ की सफलता
भारतीय वायुसेना ने 6 मई को बहावलपुर में स्थित जैश के प्रशिक्षण केंद्र पर 25 मिनट की सटीक हवाई हमले किए, जिसमें अब्दुल रऊफ अज़हर सहित कई आतंकवादी मारे गए। इस हमले में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI भी उसे बचा नहीं सकी, जिससे उसकी सुरक्षा और प्रभावशीलता पर सवाल उठे हैं।
पाकिस्तान में आतंकवादियों के खिलाफ भारत की कार्रवाई
पिछले कुछ वर्षों में, पाकिस्तान में भारत के मोस्ट वांटेड आतंकवादियों की हत्या की घटनाएं बढ़ी हैं। पाकिस्तानी मीडिया और विशेषज्ञों का मानना है कि इन हत्याओं के पीछे भारतीय खुफिया एजेंसी RAW का हाथ हो सकता है, हालांकि भारत ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
अब्दुल रऊफ अज़हर की मौत से जैश-ए-मोहम्मद को एक बड़ा झटका लगा है, और भारत के आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है।