
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क अयोध्या : भूमि विवाद को लेकर पीड़िता ललिता सिंह पत्नी स्व: बृजेश सिंह और निर्भय सिंह पुत्र स्व: बृजेश सिंह ने मंडलायुक्त अयोध्या को शिकायती पत्र सौंपा है, जिसमें उन्होंने गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता ने बताया कि ग्राम मऊयदुवंशपुर स्थित भूमि संख्या 695 और 698 को लेकर यह विवाद चल रहा है, जो समय के साथ बढ़ता जा रहा है।
शिकायत पत्र के अनुसार, उक्त भूमि का मूल खातेदार लक्ष्मी नाथ सिंह ने 7 जून 1965 को भारत भूषण को पंजीकृत बैनामा द्वारा कब्जा दिया था, और बाद में 3 सितंबर 1974 को भारत भूषण ने यह भूमि प्रार्थीगण मूरिस चम्पा देवी के नाम बैनामा पंजीकृत किया था। हालांकि, आरोप है कि विपक्षीगण साइंटिफिक रिसर्च सेंटर मोती नगर, जिला अयोध्या के सेक्रेटरी सत्य प्रकाश तिवारी और संजय झुनझुनवाला ने इस भूमि पर फर्जी तरीके से कब्जा करने की कोशिश की पीड़िता का आरोप है कि विपक्षीगण ने जालसाजी और धनबल के द्वारा भूमि का कब्जा करने की कोशिश की, और जब वे सफल नहीं हो पाए, जो वर्तमान में विचाराधीन है। इसके अतिरिक्त, विपक्षीगण ने दबाव बनाने के लिए कुछ गुंडा किस्म के व्यक्तियों को भी आगे किया, जिन्होंने प्रार्थीगण को जानमाल की धमकी दी
पीड़िता ने आरोप लगाया कि विपक्षीगण ने उन्हें और उनके रिश्तेदारों को जान से मारने की धमकी दी और उनकी भूमि से बेदखल करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि उनके पास धमकियों का ऑडियो रिकॉर्ड भी मौजूद है, जिसमें विपक्षीगण और उनके सहयोगियों ने एसटीएफ के अधिकारी अमिताभ यश का नाम लेकर उन्हें धमकी दी है।
ललिता सिंह ने अधिकारियों से अपनी सुरक्षा और न्याय की अपील की है और संबंधित लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस मामले की जांच चल रही है, और इसे अदालत में अगली सुनवाई के लिए प्रस्तुत किया जाएगा। वहीं, मंडल आयुक्त ने एसडीएम सोहावल को प्रकरण की जांच के लिए निर्देशित किया है और विपक्षियों द्वारा किए जा रहे कब्जे को रोकने का आदेश दिया है। साथ ही शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए भी आवश्यक कदम उठाने की बात कही है।