
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क कन्नौज : तीन दिवसीय प्रवास पर मंगलवार को इत्र नगरी कन्नौज पहुंचे जैन मुनि श्री 108 प्रसन्न सागर जी महाराज ने कहा कि जब तब मनुष्य पूरी निष्ठा के साथ प्रयास नहीं करेगा, तब तक सुखद परिणाम की प्राप्ति नहीं होगी। निष्ठा और प्रयास मनुष्य के वश में होता है, किंतु परिणाम उसके वश में नहीं होता ! इसलिए प्रत्येक मनुष्य को अपने वश का काम पूरी निष्ठा से करना चाहिए ! सामान्यता मनुष्य अपने वश में होने वाली निष्ठा से प्रयास न करके सुखद परिणाम की कामना करता है यही मनुष्य के दुःख का कारण होती है !
मंगलवार को कानपुर की ओर से सड़क मार्ग के जरिए कई शिष्यों के साथ कन्नौज पहुंचे तपाचार्य जैन मुनि प्रसन्न सागर जी महाराज का नगर की सीमा से लेकर शहर स्थित श्री दिगम्बर जैन मंदिर तक जगह जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। राज्य अतिथि का दर्जा प्राप्त जैन मुनि का नगर पालिका कार्यालय के निकट स्थित सम्राट मार्केट के सामने नगर वासियों द्वारा भव्य अभिनंदन किया गया ! सांयकाल इत्र नगरी कन्नौज के मोहल्ला छिपट्टी जैन स्ट्रीट स्थित श्री दिगम्बर जैन मंदिर परिसर में पूज्य जैन मुनि ने भक्तों सहित आम जन मानस को अपनी वाणी से अभिसिंचित किया ! देखा जाए तो कन्नौज वासियों के लिए ये तीन दिन बेहद सुखद हैं, क्योंकि जैन मुनि तपाचार्य 108 श्री प्रसन्न सागर जी महाराज इस बीच कन्नौज की पावन धरा को अपने श्री चरणों से धन्य करेंगे। महाराज श्री सपत्नीक दीक्षा ले चुके कन्नौज के मोहल्ला छिपट्टी निवासी प्रमुख सुगंध व्यवसाई अशोक कुमार जैन “सम्राट” व विमला जैन के धर्म परायण पुत्र अंकित जैन के आवास पर ठहरे हुए हैं ! उनके साथ दीक्षा ले चुकी अंकित जैन की माता छूल्लिका श्री 105 वचनप्रभा माताजी एवं पिता छुल्लक श्री 105 अन्वय सागर जी महाराज पहली बार अपने घर पधारे हुए हैं ! मंगलवार की सांय भक्तों को आशीर्वचन देने के बाद महाराज श्री ने रात्रि के समय अपने प्रमुख शिष्य पीयूष सागर जी सहित अन्य शिष्यों के साथ मुख्य यजमान के घर में धार्मिक अनुष्ठान संपन्न करवाया। जबकि बुधवार की सुबह स्वल्पाहार के बाद महाराज श्री के परम शिष्य पीयूष सागर जी महाराज ने पत्रकारों के साथ ही कई प्रमुख गणमान्य श्रद्धालुओं से मुलाकात की। इस दौरान पूर्व एमएलसी व इत्र उद्योगपति पुष्पराज जैन “पम्पी”, श्रीमती आरती जैन, सुशील जैन व तुषार जैन प्रमुख रूप से मौजूद रहे ! दिनेश दुबे