राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क।।
बांदा। कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय बांदा में गुरुवार को दसवां दीक्षांत समारोह हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि महामहिम राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने छात्र-छात्राओं को मेडल और डिग्रियां दी। उन्होंने कहा कि आज के दौर में महिलाएं कृषि, वानिकी और उद्यान क्षेत्र में तरक्की कर रही हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड में खेती की अपार संभावनाएं हैं।
दीक्षांत समारोह में शिरकत करने पहुंचीं राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने सबसे पहले कृषि विश्वविद्यालय बोटेनिकल गाडडन व फसलोत्तर प्रबंधन प्रयोगशाला का लोकार्पण किया। इसके अलावा उन्होंने मेडिटेश्न एंड वेलनेश सेंटर का शिलान्यास किया।
फिर समारोह में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने 21 में से 16 छात्राओं को विभिन्न संकायों में मेडल दिए। उन्होंने कहा कि जिनको मेडल नहीं मिला है उनको निराश होने की जरूरत नहीं हैं। अपने जीवन में कुछ ऐसे कार्य अवश्य करें ताकि आपको मेडल लेने के लिए आमंत्रित किया जा सके। उन्होंने कहा कि महिलायें सभी क्षेत्रों में आगे बढ रही हैं। कृषि, वानिकी, उद्यान के क्षेत्र में भी आगे बढकर मेडल प्राप्त कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि किसानों को वैज्ञानिक ढंग से उन्नतशील खेती करें तथा उर्वरकों एवं रसायनिक छिडकॉव आदि का उपयोग कम करें। कहा कि बुन्दलेखण्ड क्षेत्र में कृषि क्षेत्र की अपार सम्भावनायें हैं। विश्वविद्यालय को दलहन, तिलहन मिशन के अन्तर्गत मूंगफली, सरसों, अलसी, तिलहन में आत्मनिर्भर बनने के लिए कार्य करें। उन्होंने जल संरक्षण हेतु तालाबों का निर्माण कराये जाने पर जोर दिया। इस दौरान उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को बच्चों को देने के लिए साइकिल, कुर्सी, मेज, किताब व स्टेशनरी किट आदि दी। वहीं शिक्षकों को राजभवन से मिली पुस्तकों का सेट दिया। इस दौरान उन्होंने परिषदीय विद्यालयों में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजयी बच्चों को प्रमाण पत्र भी दिए। दीक्षांत समारोह में अतिथि डॉ. हरिश्चन्द्र गुप्ता ने कहा कि बुन्देलखण्ड में कृषि क्षेत्र को बढाने के साथ खाद्यान उत्पादन बढाने की आवश्यकता है। जिससे कि इस क्षेत्र की ग्रामीण अर्थ व्यवस्था की उन्नति हो सके। बुन्देलखण्ड में मोटे अनाजों की खेती को पुनर्जीवित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस मौके पर कुलपति डॉ. नरेन्द्र प्रताप सिंह, मंडलायुक्त बालकृष्ण त्रिपाठी, डीआईजी अजय कुमार सिंह, डीएम नगेन्द्र प्रताप, एसपी अंकुर अग्रवाल, कुलसचिव डॉ एसके सिंह, विधायक नरैनी ओममणि वर्मा आदि मौजूद रहे।