राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क।
लखनऊ। एमिटी विश्वविद्यालय में कांजिटिव डेफिट्स अंडर स्टैंडिंग द मैकेनिज्म फॉर बेटर थिरेप्यूटिक मैनेजमेंट का आयोजन किया गया। जिसका गुरूवार को समापन हो गया। समापन सत्र की शुरूआत प्रोफेसर पीके दलाल ने की। डॉॅ. शिल्पी श्रीवास्तव ने समापन सत्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज कॉग्निटिव बिहेवियर पर आधुनिक तकनीकि का प्रभाव है।
डॉॅ. आमिर नाजिर ने सी इलेगंस में मौजूद गिलिया एनरिज्ड जो कि ह्यïूमन पीटीसीएचडी की होमोलॉग है, वह किस प्रकार से न्यूरो प्रोटेक्शन में मुख्य भूमिका निभाती है, इस विषय पर अपने शोध कार्य को साझा किया। डॉॅ. अशोक कुमार दतूसालिया ने कंट्रोलिंग फियर ऑफ ट्रामेटिक मेमोरी थ्रू एमएनडीए रेसेप्टर इनहिबिशन पर विशेष प्रकाश डाला। सभी वक्ताओं द्वारा बताए गए विषय के संबंध में डॉॅॅ. शादाब रजा ने प्रकाश डालते हुए उनके महत्व को बताया। वहीं छात्रों ने डिजिटल तकनीकि, सोशल मीडिया, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़े तथ्यों को समझा। समापन का संचालन कर रही डॉॅॅ. शिल्पी श्रीवास्तव ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर डॉॅ. विनय के खन्ना, प्रोफेसर डॉॅ. अनिल वशिष्ठ,डॉॅ. अनिल के तिवारी, प्रोफसर जनमेजई कुमार श्रीवास्तव, डॉॅ. कमर रहमान, डॉॅ. राजेश के तिवारी, डॉॅ. जयंती कलीता, डॉॅ. एके अग्रवाल, डॉॅ. पुष्पेंद्र कुमार तिवारी, श्रद्घा पांडे, तनसा अली, शिव्या अग्रवाल, युवराज सिंह, सौरभ कुमार, आयुषी मिश्रा, सयक सान्याल, संजना, अजय, सौम्या, शिवानी, आलोक, ईशान, श्रीतिमा, यशवर्धन, शशांक, क्षितिज, निष्ठïा, आयुषी, स्नेहा, अमित, श्रीजल, मोनिका, रतिका, अभिनव, शिवम, अमान, जान्ह्वïी, अनुष्का, जान्ह्वïवी, प्रेक्षी गर्ग, आध्या श्रीवास्तव, वैष्णवी, शिवम और सिद्घार्थ आदि मौजूद रहे।