राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क।
लखनऊ। राजेंद्र नगर स्थित नवयुग कन्या महाविद्यालय में शिक्षा शास्त्र विभाग की ओर से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें हाऊ टू डू टर्म पेपर-इंटर्नशिप व माइनर प्रोजेक्ट के अलावा नई शिक्षा नीति पर चर्चा की गई। विशेषज्ञों ने कहा कि प्रशिक्षण कोई भी हो, इसके लिए सोंच सकारात्मक होना जरूरी हैै कार्यशाला का शुभारंभ प्राचार्या प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके किया।
विशिष्ट वक्ता एसोसिएट प्रोफेसर शिक्षा शास्त्र विभाग लखनऊ विश्वविद्यालय की डॉ आकांक्षा सिंह ने टर्म पेपर कैसे लिखना चाहिए, इस पर अपना विचार प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि इसके लिए विषय का चयन करने में सावधानी बरतने की जरूरत है। प्रोफेसर सुनीता ने इंटर्नशिप पेपर लिखने के तरीके पर चर्चा की।
ेकहा कि इंटर्नशिप करके विशिष्ट ज्ञान एवं विशिष्ट नेटवर्क हम विकसित कर सकते हैं । जो व्यक्तित्व विकास, कौशल विकास तथा स्वरोजगार बढ़ाने में सहायक होगा। इंटर्नशिप के लिए सकारात्मक होना चाहिए। आप जो भी सीख रहे हैं उसे पूरे मनोयोग से सीखें। डॉक्टर मोनिका अवस्थी ने माइनर प्रोजेक्ट पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्रोफेसर संगीता शुक्ला, प्रोफेसर ऋचा शुक्ला, प्रोफेसर सीमा सरकार, प्रोफेसर शर्मिता नंदी प्रोफेसर संगीता कोतवाल, डॉ. गीताली रस्तोगी, डॉ. वंदना द्विवेदी, नीलम यादव, दीक्षा व डॉॅ. विनीता सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए।