राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क
पूरा उत्सव श्री लक्ष्मण किलाधीश महंत मैथिलीरमण शरण महाराज के संयोजन में संपन्न हुआ। मिथिला से आई सखियों ने पूरे विवाहमहोत्सव इतना मनमोहक मंचन किया जिसको देख कर संत महंत के साथ आए हुए भक्त भी आनंदित हो गए। किलाधीश ने बताया कि ठाकुर जी की जन्मस्थली अयोध्या में नित्य उत्सव ही रहते हैं लेकिन लेकिन हम ठाकुर जी के पर्रिकर उनके जीवन चरित्र में जो भी घटनाएं घटित हैं उसको उत्सव के रूप में मानते हैं उसी में से एक विवाह उत्सव है जिसको बड़े ही प्रेम और श्रद्धा से मनाया जाता है, आज ठाकुर जी को कलेवा खिलाया और इसी के साथ विवाह महोत्सव का समापन हुआ। श्री लक्ष्मण किला के अधिकारी सूर्य प्रकाश शरण ने बताया कि उत्सव में अयोध्या ही नहीं बल्कि देश के भक्त और संत महंत सम्मिलित हुए। उन्होंने कहा कि संतों का जीवन ही अपने आराध्य के प्रति समर्पित होता है यही कारण है कि हम सभी संत ठाकुरजी के लीलाओं को अपने जीवन में धारण करके मानते हैं क्योंकि हमारे ठाकुर जी अयोध्या छोड़कर कहीं गए नहीं है यही हमारे मंदिर में विराजमान है और उनको जिससे आनंद होता है वही कार्य हम संत जन करते हैं। उन्होंने बताया अयोध्या के श्री हनुमत निवास के महंत मिथिलेश नंदनी शरण सहित सभी संत महंत सम्मिलित हुए सभी ने ठाकुर जी के विवाह लीला आनंद लेकर भाव विभोर हुए।