राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क।
बेहटागोकुल-टोडरपुर। जिस व्यक्ति को पता चल जाए की उसकी मृत्यु सातवें दिन निश्चित हो वह व्यक्ति क्या करेगा। जब यह बात राजा परीक्षित को मालूम हुई तो उन्होंने उसी क्षण महल को छोड़ दिया था। आज के युग में किसी को नहीं पता कि मौत कब आकर दस्तक दे दे। लिहाजा प्रभु ने मानव जीवन दिया है तो इसे अच्छे कामों में लगाएं। यह बात बावन ब्लॉक के बेहटा गोकुल में चल रही भागवत कथा के दौरान वाचक आचार्य विपिन पांडेय ने श्रोताओं से कही।
उन्होंने कहा कि मानव जीवन के मूल्य को पहचान कर प्रभु के चरणों में समर्पित कर देने से कल्याण निश्चित है। कहा कि मनुष्य को श्रीमद भागवत कथा का श्रवण करना चाहिए। श्रीमद् भागवत में 18 हजार श्लोक, 12 स्कंद और 335 अध्याय है, जो जीव सात दिन में सम्पूर्ण भागवत का श्रवण करता है उसे प्रभु फल अवश्य देते हैं। इस दौरान कथा वाचक द्वारा सुनाए गए भजनों को सुनकर श्रोता भाव-विभोर हो गए। इस मौके पर आयोजक सुशील कुमार राठौर, नारद राठौर, संत कुमार राठौर और गोपाल राठौर आदि मौजूद रहे।