राष्टï्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क।
बांदा। अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर पांच दिवसीय जागरूकता अभियान का शुक्रवार को समापन हो गया। ‘भविष्य के लिए बालिकाओं का दृष्टिकोणÓ पर अभियान की शुरूआत 14 अक्टूबर से हुई। महुआ व नरैनी ब्लाक के आठ गांवों में युवा-युवतियां व किशोर-किशोरियों के साथ विभिन्न गतिविधियां व रचनात्मक कार्य किए गए। गतिविधियों में उत्कृष्ट कम्युनिटी लीडर्स को सम्मानित किया गया।
वनांगना संस्था द्वारा चल रहे तरंग मेरे सपने-मेरी उड़ान कार्यक्रम के तहत अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर पांच दिवसीय जागरूकता अभियान चलाया गया। नरैनी ब्लाक सभागार में आयोजित समापन समारोह में रिसोर्स परसन पुष्पा शर्मा ने महिला हिंसा पर कहा कि न हिंसा करेंगे न हिंसा सहेंगे। उन्होंने शारीरिक, मानसिक, आर्थिक हिंसा पर विस्तार से जानकारी दी। हिंसा होने पर उसे पहचानने और रोकने के तरीके बताए। मित्रा संस्था के महेंद्र वर्मा ने बताया कि घऱ के काम कि जिम्मेदारी लड़कियों पर होती है, जबकि अगर उन्हें अवसर दिया जाए तो वह बाहर के काम भी बेहतर कर सकती हैं।
डॉ. सुधा व डॉ. शाहीन ने गुप्त अंगों में होने वाली दिक्कतों पर चर्चा करते हुए कहा कि ये स्वास्थ्य का मुद्दा हैं इसमें शर्म और झिझक नहीं होनी चाहिए। ज्यादा दिक्कत होने पर परिवार वालों को बताएं और चिकित्सक सलाह लें। शबीना मुमताज ने अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि गोरेपुरवा, सकरिहा, पटेल नगर, चंद्रनगर, पनगरा, पड़मई, भवई व कलहरा में अभियान चलाया गया। इसमें हिंसा, स्वास्थ्य, जेंडर भेदभाव, नेतृत्व विकास पर चर्चा की गई। प्रत्येक गांव में अलग-अलग गतिविधियां जैसे सवाल-जवाब प्रतियोगिता, खेलकूद, कहानी लेखन, चित्रकला, माहवारी चक्र को मेंहदी के माध्यम से बताया गया। प्रत्येक गांवों के तीन-तीन लीडर्स को सम्मानित किया गया। इस मौके पर शोभा देवी, श्यामकली, कल्पना, फरजाना व राजेंद्र कुमार मौजूद रहे।