राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ : भारतीय गुप्ता महासभा ने न्यायालयों में भगवान चित्रगुप्त की मूर्ति स्थापित करने का अनुरोध किया है। महासभा के प्रदेश अध्यक्ष मनीष जी गुप्ता ने प्रधानमंत्री को संबोधित पत्र में इस प्रस्ताव का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि कायस्थ वाहिनी अंतर्राष्ट्रीय के प्रमुख पंकज भैया कायस्थ भी इस मांग से सहमत हैं।
भगवान चित्रगुप्त को न्याय के देवता के रूप में माना जाता है, और पुराणों के अनुसार, वे सभी जीवों के कर्मों का लेखा-जोखा रखते हैं और न्याय प्रदान करते हैं। 1 जुलाई को भारत सरकार ने न्यायालय की न्याय प्रणाली में कुछ धाराओं और नामों को परिवर्तित किया था, जिससे गुलामी के समय से चली आ रही अवधारणाओं को बदलने का प्रयास किया गया था।
मनीष जी गुप्ता ने अपने पत्र में उल्लेख किया कि न्यायालयों में आज भी रोमन देवी जस्टिशिया की मूर्ति मौजूद है, जो गुलामी का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “हम इस मुहिम का समर्थन करते हैं और न्यायालयों में भगवान श्री चित्रगुप्त की मूर्ति स्थापित करने की मांग करते हैं।”