राष्ट्रीय प्रस्तावना उन्नाव। विकासखंड औरास के उ प्रा वि रामपुर गढ़ौवा में आयोजित समरकैंप में शामिल 30 बच्चों को पर्यावरण संरक्षण और प्लास्टिक के उपयोग पर रोक लगाकर साफ सुथरा गांव बनाने हेतु संदेश दिया गया। प्लास्टिक से होने वाले दुष्प्रभावों पर लघुफिल्म दिखाई गई। बच्चों को जानकारी दी गई कि रोज भारी मात्रा में प्लास्टिक का उत्पादन और बड़े स्तर पर प्रयोग प्रदूषण की भीषण समस्या से लेकर पालतू पशुओं के साथ साथ आवारा जंतुओ और समुद्री जीवों के लिए प्राण घातक हो रहा है। किसी भी प्रकार से नष्ट न किए जा सकने के कारण प्लास्टिक मृदा के साथ साथ जल और वायु को भी प्रदूषित कर रही है। उत्पादन की तुलना में 15 प्रतिशत से भी कम भाग रिसाइकिल ही हो पाता है जो खुद एक गंभीर समस्या है। फेंकी गई प्लास्टिक नालियों में फसकर जलनिकासी की भी समस्या बनती है जो सड़कों पर गंदे जल का भराव बड़ी बीमारियों को जन्म देने का कारण बनती है। प्लास्टिक स्वयं विघटित नही होती, जिसके कारण मृदा को बंजर करने का काम करती है और पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है।जलाने पर जहरीली गैसों के उत्पन्न होने से श्वास संबंधी रोगों का कारण बनने वाली प्लास्टिक के उपयोग के रोकथाम के लिए शिक्षक प्रदीप वर्मा ने बच्चों को जानकारी दी। बच्चों ने भी चर्चा में भाग लेते हुए प्लास्टिक से होने वाले दुष्प्रभावों पर अपने अपने विचार रखे एवम कपड़े के झोले का प्रयोग करने की बात कही।
शिक्षक एवम बच्चों ने ग्लव्स एवम मास्क पहनकर गांव तक पहुंच वाली सड़क और अंदर की गलियों पर फेंकी हुई प्लास्टिक को बीनकर समाज को स्वच्छता का संदेश दिया। बच्चों ने अपने अभिभावकों और ग्रामीणों से प्लास्टिक के उपयोग को रोकने की बात कही। प्रदीप ने जानकारी दी की कल बालिकाओं का क्रिकेट मैच, फिटनेस गतिविधियां एवम् योगाभ्यास कराया जाना है। अभिभावक बच्चों के समरकैंप को लेकर उत्साहित हैं।
लाखों की संख्या में समुद्री और पालतू पशुओं के लिए जानलेवा, 15 प्रतिशत से भी कम हो पाती है रिसाइकिल। प्रतिदिन टनो उत्पादन वैश्विक गंभीर समस्या।