
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क हरदोई : मल्लावां नगर में पटेल गेस्ट हाउस में हो रही भागवत कथा के अंतिम दिवस पर भागवत आचार्य बोले की भगवान श्री कृष्ण का विराट रूप है।व्यक्ति जन्म उन्ही से पता है और अंत समय में उन्ही में मिल जाता है ।उन्होंने बताया श्री कृष्ण को माखन बहुत प्रिय है परंतु सात्विक श्रद्धा रूपी गाय के दूध से बने हुए दही का मंथन करने से जो मक्खन निकलता है वही कन्हैया को भाता है उसी मक्खन के लिए चोरी करना पड़े छीनना या मांगना पड़े सब कुछ स्वीकार है।भक्तों का शुद्ध और पवित्र मन ही प्रभु चाहते हैं ब्रह्मा जी का मोह और कालिया नाग को नाथने की लीला भी भगवान कृष्ण ने की कालिया नाग को भगवान श्री कृष्णा ने मारा नहीं था। बल्कि नाथ दिया था हमारी इंद्रियां भी कालिया नाग की तरह हैं इनमें विषय परायणता भक्ति रूपी यमुना में बाधक है। इंद्रियों को अनुशासित रखता है। वेणु, चीर हरण लीला आदि प्रसंग बताये गये प्रसंग के बाद गोवर्धन लीला का वर्णन विस्तार से भगवताचार्य जी के द्वारा बताया गया। इस अवसर पर यजमान पुत्र प्रवीण गुप्ता द्वारा अवगत कराया गया कि शनिवार के दिन भागवत कथा का समापन तथा एक दिन बाद रविवार को विशाल भंडारे का आयोजन पटेल गेस्ट हाउस में किया जाएगा सभी भक्तगण भंडारे में शामिल होकर भंडारे का प्रसाद ग्रहण करें।