Negligence and collusion exposed in Khamaria CHC
  • September 2, 2025
  • kamalkumar
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राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क लखीमपुर खीरी : खमरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सरकारी व्यवस्था की पोल उस समय खुल गई जब मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी (CDO) अभिषेक कुमार ने औचक निरीक्षण किया। CDO के पहुंचते ही पूरा परिसर अंधेरे में डूबा मिला। न बिजली थी और न ही जनरेटर चालू। करीब आधे घंटे की कोशिशों के बाद जनरेटर चालू हुआ, तब पता चला कि उसमें ईंधन ही नहीं डाला गया था। इससे स्पष्ट हो गया कि बिजली आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में अस्पताल के पास कोई वैकल्पिक व्यवस्था मौजूद नहीं है।

निरीक्षण के दौरान अस्पताल अधीक्षक अपने सरकारी आवास पर आराम करते पाए गए, जबकि अस्पताल में तैनात 9 चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ भी गैरहाजिर मिले। CDO ने अधीक्षक से तत्काल स्पष्टीकरण तलब करते हुए अनुपस्थित कर्मियों के एक दिन के वेतन कटौती और उन्हें चेतावनी देने के निर्देश दिए। फार्मासिस्ट नवीन वर्मा पर ग्रामीण ने लगाये गंभीर आरोप – पोस्टिंग रंजीतगंज, ड्यूटी धौरहरा में निरीक्षण में एक और बड़ा खुलासा सामने आया। फार्मासिस्ट नवीन वर्मा, जिनकी मूल तैनाती पीएचसी रंजीतगंज में है, पिछले कई वर्षों से CHC धौरहरा में ही कार्यरत हैं। इतना ही नहीं, दो बाबुओं की तैनाती के बावजूद नवीन वर्मा ने अधीक्षक की मिलीभगत से बाबू का चार्ज भी अपने पास रखा है। जांच में यह भी स्पष्ट हुआ कि नवीन वर्मा का नाम पीएचसी रंजीतगंज के उपस्थिति रजिस्टर में तक दर्ज नहीं है, और वे वर्षों से वहां ड्यूटी पर नहीं गए हैं। यह पूरी व्यवस्था प्रशासनिक लापरवाही और भ्रष्टाचार की ओर स्पष्ट संकेत करती है। इस मामले पर CDO अभिषेक कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। क्या खमरिया CHC में मरीजों की जान भगवान भरोसे है। 

जब फार्मासिस्ट बाबू बन बैठे हैं, तो असली बाबू क्या कर रहे हैं? स्वास्थ्य विभाग मकमा कब जागेगा। जनता माग रही जिम्मेदार जवाब और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की अपेक्षा है।

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