
क्लार्क अवध लखनऊ के रंग महल हाॅल में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन द्वारा लिखित हैप्पीनेस एवं वेलबीइंग नामक पुस्तक विमोचन का कार्यक्रम रखा गया। कार्यक्रम में प्रतिष्ठित विचार को शिक्षाविदों और उद्योग जगत की महान हस्तियों ने भी भाग लिया। पुस्तक के लेखक आलोक रंजन ने कहा कि,”अपने प्रशासनिक करियर के दौरान हमेशा लोगों की खुशी एवं कल्याण को ही प्राथमिकता दी है। यह पुस्तक शासन से लेकर विकास परियोजना की नीतियों के अनुभवों का प्रतिबिंब है।” यह कार्यक्रम यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया और लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन के सहयोग से आयोजित किया गया। कार्यक्रम मैनेजिंग डायरेक्टर और रिटेक रबर प्रोडक्ट्स लिमिटेड किरण चोपड़ा ने बताया कि कार्यस्थल पर खुशी जैसे उत्पादकता और नवाचार को बढ़ावा देती है। वही यूनिवर्सल बुक सेंटर के मालिक चंद्रप्रकाश ने कहा,’इस पुस्तक में पुस्तकों और ज्ञान के महत्व को रेखांकित किया गया है।’ जयपुरिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट की डायरेक्टर और प्रोफेसर कविता पटनायक ने सहानभूति एवं बुद्धिमत्ता के महत्व पर जोर दिया। लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डाॅ. अरविंद मोहन ने कार्यक्रम में चर्चा करते हुए कहा सार्वजनिक नीतियों में खुशी को महत्व देने की आवश्यकता है।