
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकी संगठनों के खिलाफ भारत का सैन्य अभियान ऑपरेशन सिंदूर जारी है और सेनाएं दूसरी तरफ से किसी भी दुस्साहस के लिए चौबीसों घंटे तैयार हैं। सीडीएस चौहान ने कहा कि जैसा कि मैंने पहले कहा युद्ध में कोई दूसरा नहीं होता, और ऑपरेशन सिंदूर का उदाहरण देते हुए, जो अभी भी जारी है; हमारी तैयारी का स्तर बहुत ऊंचा होना चाहिए। दिल्ली में एक रक्षा संगोष्ठी में बोलते हुए सीडीएस चौहान ने कहा कि प्रौद्योगिकी उन्नत हो गई है और योद्धाओं को युद्ध के तीनों स्तरों अर्थात सामरिक, परिचालन और रणनीतिक में महारत हासिल करने की आवश्यकता है।उन्होंने कहा कि हम प्रौद्योगिकी के निरंतर विकास से प्रेरित एक अभूतपूर्व गति देख रहे हैं। अब हम उस मोड़ पर खड़े हैं जिसे मैं सैन्य मामलों में तीसरी क्रांति कहता हूँ, जिसे मैंने अभिसरण युद्ध के रूप में गढ़ा है। युद्ध का यह रूप गतिज और अगतिज साधनों का सम्मिश्रण करता है, और पहली और दूसरी पीढ़ी के युद्ध के तत्वों को तीसरी पीढ़ी के युद्ध के साथ जोड़ता है। यह सामरिक, परिचालन और रणनीतिक क्षेत्रों का अभिसरण है। सीडीएस सिन्हा ने कहा कि यह समय है जब सेना को ‘शस्त्र’ (युद्ध) और ‘शास्त्र’ दोनों को समझना चाहिए।पहलगाम हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादी समूहों के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाया। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत जोरदार और सटीक हमले किए और नौ से ज़्यादा आतंकवादी शिविरों को नष्ट कर दिया। ये ठिकाने जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के प्रमुख कमांड सेंटर थे, जो पुलवामा (2019) और मुंबई (2008) जैसे बड़े हमलों के लिए ज़िम्मेदार थे। इस हमले में 100 से ज़्यादा आतंकवादी मारे गए। जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान ने अगले तीन दिनों 8, 9 और 10 मई में भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, भारत ने पाकिस्तान के प्रमुख सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाते हुए मिसाइल और ड्रोन हमले किए।