
राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को मीठी नदी से गाद निकाले जाने से जुड़े ‘‘घोटाले’’ से संबंधित धन शोधन मामले की जांच के तहत महाराष्ट्र और केरल में छापेमारी की। आरोप है कि इस घोटाले के कारण बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) को 65 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि छापेमारी मुंबई और कोच्चि में स्थित 15 से अधिक परिसरों पर की गई। सूत्रों ने बताया कि जांच धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत की जा रही है।बीएमसी के कुछ अधिकारियों और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ ईडी का मामला मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की प्राथमिकी से उपजा है, जो मीठी नदी से गाद निकालने में कथित अनियमितताओं की जांच के लिए दर्ज की गई थी। बताया जाता है कि इन अनियमितताओं के कारण बीएमसी को 65 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।ईओडब्ल्यू ने घोटाले में कथित संलिप्तता के लिए नगर निगम के अधिकारियों और ठेकेदारों सहित 13 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मीठी नदी मुंबई से होकर बहती है और अरब सागर में मिल जाती है। आरोप है कि गाद निकालने के लिए विशेष ‘ड्रेजिंग’ उपकरण किराए पर लेने की निविदा में कुछ आपूर्तिकर्ताओं को लाभ पहुंचाने के लिए हेरफेर किया गया था।