राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज़ नेटवर्क। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल दलों के नेताओं ने आज संसदीय दल की बैठक के दौरान पीएम मोदी को सम्मानित किया। आतंकवाद के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर चलाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को सभी लोगों की तरफ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सम्मानित किया। संसद के मानसून सत्र के दौरान एनडीए में शामिल दलों के नेताओं की इस पहली बैठक को बेहद अहम माना जा रहा है।राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) संसदीय दल ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के लिए सम्मानित किया। पहलगाम आतंकी हमले पर पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की कड़ी प्रतिक्रिया की एनडीए की बैठक में जमकर सराहना की गई। इस दौरान पीम मोदी ने बैठक को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा कि 5 अगस्त एक ऐतिहासिक दिन था, क्योंकि इसी दिन पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य को विशेष अधिकार देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त किया गया था। एनडीए सरकार ने संविधान का पूरी भावना से पालन किया है। सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने गृह मंत्री अमित शाह की भी प्रशंसा की और कहा कि वह इस मंत्रालय में सबसे लंबे समय तक रहने वाले मंत्री बन गए हैं। विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष सोच रहा होगा कि क्या ऑपरेशन सिंदूर पर बहस की मांग करके उसने कोई गलती की है।
सशस्त्र बलों की प्रशंसा करते हुए एक प्रस्ताव पारित
इस दौरान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और ‘ऑपरेशन महादेव’ के दौरान पीएम मोदी के नेतृत्व और सशस्त्र बलों के अद्वितीय साहस और अटूट प्रतिबद्धता की प्रशंसा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया गया। श्रीनगर के बाहरी इलाके में 28 जुलाई को ‘ऑपरेशन महादेव’ नाम से हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के तीन दहशतगर्द मारे गए थे।
भारत माता की जय’ के नारों के बीच पीएम मोदी का अभिनंदन
भाजपा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन के सांसदों ने जून 2024 में सरकार बनने के बाद से संसद के सत्रों के दौरान अपनी इस तरह की दूसरी बैठक की। ‘भारत माता की जय’ के नारों के बीच भाजपा और उसके सहयोगी दलों के वरिष्ठ नेताओं ने पीएम मोदी का अभिनंदन किया।
पहलगाम हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में जानिए
दरअसल, 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद 7 मई को भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की थी। इसके पाकिस्तान ने भी कायराना हरकत करते हुए भारत में नागरिक और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया था। जवाब में भारत ने पाकिस्तान के कई एयरबेस को हमला बोला था। चार दिन तक चले संघर्ष के बाद 10 मई को पाकिस्तान ने भारत के सामने घुटने टेक दिए थे और संघर्ष विराम की गुहार लगाई थी।
























































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































































